सतही है भारतीय रॉक संगीत : जावेद अख्तर
मुंबई, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि भारतीय रॉक संगीत बेहद सतही है, जिसके ज्यादातर गीत पुराने बोल पर आधारित हैं। इस टिप्पणी के बावजूद उन्होंने अपने बेटे फरहान अख्तर की फिल्म 'रॉक ऑन' के रॉक संगीत पर आधारित गीतों को कर्णप्रिय बनाने के लिए नए शब्दों का प्रयोग किया है।
मुंबई, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि भारतीय रॉक संगीत बेहद सतही है, जिसके ज्यादातर गीत पुराने बोल पर आधारित हैं। इस टिप्पणी के बावजूद उन्होंने अपने बेटे फरहान अख्तर की फिल्म 'रॉक ऑन' के रॉक संगीत पर आधारित गीतों को कर्णप्रिय बनाने के लिए नए शब्दों का प्रयोग किया है।
फरहान ने पहली बार इस फिल्म में अभिनय किया है। अपने बेटे की फिल्म में किए गए प्रयोग को लेकर अख्तर कहते हैं, "भारत में रॉक संगीत की शैली छिछली है। हमारे रॉक स्टार अमेरिकी रॉक स्टारों की तरह परिधान पहनते और स्टाइल में रहते हैं, लेकिन उनके शब्द और गीत पुराने और अप्रचलित हैं। एक औसत इंडी-रॉक नंबर में बलमा, बलिए और माहिया जैसे थके हुए शब्दों का ही प्रयोग किया जाता है।"
वे कहते हैं, "मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं 'रॉक ऑन' के साथ न्याय कर पाऊंगा। इससे पहले मैंने न तो कभी कोई रॉक गीत लिखा था और न ही इसकी शैली से परिचित था।
"फिल्म 'दिल चाहता है' की भाषा पारंपरिक गीतों.. जमाना, दीवाना आदि की तरह था। 'रॉक ऑन' को मैंने पूरी तरह से पारंपरिक संगीत से दूर कर दिया है। 'रॉक ऑन' से मैंने कुछ नए मापदंड तैयार करने की कोशिश की है, जो चरित्र और परिप्रेक्ष्य की आधुनिकता के बावजूद 'दिल चाहता है' में नहीं कर पाया था।"
'रॉक ऑन' में फरहान का अभिनय कैसा लगा? अख्तर कहते हैं, "मैं पिता और आलोचक को अलग-अलग नहीं कर सकता, लेकिन फरहान ने अच्छा अभिनय किया है। जहां तक उसके गायन क्षमता की बात है तो इसका निर्णय मैं दर्शकों पर छोड़ता हूं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।