सिंगुर मसले पर गांधी ने की बातचीत शुरू (राउंडअप)
कोलकाता/नई दिल्ली, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। सिंगुर स्थित टाटा मोटर्स की छोटी कार 'नैनो' के उत्पाद संयंत्र के लिए अधिग्रहित जमीन पर उठे विवाद में मध्यस्थता कर रहे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने गुरुवार को प्राथमिक स्तर की बातचीत शुरू की।
कोलकाता/नई दिल्ली, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। सिंगुर स्थित टाटा मोटर्स की छोटी कार 'नैनो' के उत्पाद संयंत्र के लिए अधिग्रहित जमीन पर उठे विवाद में मध्यस्थता कर रहे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने गुरुवार को प्राथमिक स्तर की बातचीत शुरू की।
उधर, टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा है कि नैनो को निर्धारित समय यानी इस वर्ष अक्टूबर में बाजार में लाने की हर संभव कोशिश की जाएगी। हालांकि, उन्होंने इस सवाल को टाल दिया कि नैनो का उत्पादन सिंगुर में ही होगा या कहीं और।
इस बीच, नई दिल्ली में वाणिज्य और उद्योग मंत्री कमलनाथ ने कहा कि विवाद के समाधान के लिए सरकार सभी पक्षों को हर संभव सहयोग करेगी।
एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत में कमलनाथ ने कहा, "पश्चिम बंगाल में टाटा के निवेश को फलीभूत कराने के लिए सभी पक्षों को समाधान खोजने में सरकार हर संभव मदद करेगी।"
नैनो परियोजना के लिए अधिग्रहित 400 एकड़ अतिरिक्त जमीन को लेकर उठे विवाद के हल के लिए गांधी और सत्ताधारी वाम मोर्चे के प्रतिनिधियों के बीच आज कोलकाता में राजभवन में प्राथमिक स्तर की बातचीत हुई। शुक्रवार को औपचारिक बातचीत होनी है।
सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक स्तर की बातचीत में राज्य के उद्योग मंत्री निरुपम सेन, मुख्य सचिव अमित किरण देब और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव सब्यसाची सेन ने भी हिस्सा लिया।
बातचीत के बाद सेन ने संवाददाताओं से कहा, "हमने परियोजना के बारे में राज्यपाल से विस्तार से चर्चा की। हमने उन्हें परियोजना के आकार और अन्य पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने हमारी बातें ध्यान से सुनी। वे इस बारे में विपक्ष से चर्चा करेंगे।"
गांधी ने सिंगुर में अधिग्रहीत अतिरिक्त जमीन लौटाए जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन पर बैठे किसानों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के रुख में नरमी के बाद यह मुलकात संभव हो पाई है। बनर्जी ने कहा था कि वे मसला सुलझाने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
गांधी ने कहा, "मैं शुक्रवार को होने वाली औपचारिक बातचीत से मसले के हल की उम्मीद करता हूं, क्योंकि मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य और ममता बनर्जी ने विवाद को समाप्त करने के प्रति गंभीरता दिखाई है।" उन्होंने कहा कि अनौपचारिक बातचीत के लिए टाटा समूह के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा ने आईएएनएस से कहा, "सिंगुर भूमि मसले को लेकर शुक्रवार को औपचारिक बातचीत शुरू होने से पहले राज्यपाल ने इस मसले पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई थी।"
गौरतलब है कि सिंगुर में अधिग्रहीत जमीन को लेकर उठे विवाद के चलते शुक्रवार से नैनो परियोजना में काम बंद है।
नैनो परियोजना के लिए सरकार ने सिंगुर में कुल 997.11 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस और कृषि जमीं जिबिका रक्षा कमेटी (केजेजेआरसी) का कहना है कि इसमें से 400 एकड़ जमीन किसानों से उनकी मर्जी के खिलाफ ली गई है, लिहाजा इसे उन्हें लौटा दी जानी चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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