मस्तिष्क को क्षति पहुंचा सकती हैं प्लास्टिक की बोतलें
टोरंटो, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक की बोतलें मस्तिष्क के लिए कितनी घातक सिद्ध हो सकती हैं? दरअसल ये बोतलें हमारी सीखने की क्षमता तथा स्मरणशक्ति पर भी बुरा असर डाल सकती हैं।
कनाडा के गुएल्फ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का मानना है कि ये सीजोफ्रेनिया, अवसाद अथवा अल्जीमर्स जैसी बीमारियों को भी जन्म दे सकती हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक प्लास्टिक की पानी की बोतलें, बच्चों के इस्तेमाल की बोतलें आदि को बनाने में बिस्फेनॉल (बीपीए) नामक एक पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है जो मस्तिष्क की कई गतिविधियों को प्रभाावित करता है।
पाया गया कि इन बोतलों में जो पदार्थ रखा जाता है उसमें बीपीए का धीमी गति से रिसाव होता रहता है जो उस पदार्थ के साथ मनुष्य के शरीर में चला जाता है। शोधकर्ता नील मैकलस्की के अनुसार यह पदार्थ धीरे-धीरे शरीर में एकत्रित होकर मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।
अध्ययन के दौरान अफ्रीकी मूल के बंदरों को एक महीने तक बीपीए की अल्प मात्रा वाला भोजन दिया गया। इसके बाद देखा गया कि उनके मस्तिष्क की चेतना में कमी आई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।