उमा को आडवाणी की निष्ठा पर संदेह
ग्वालियर, 3 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की खासम-खास रही भारतीय जनशक्ति (भाजश) की अध्यक्ष उमा भारती ने उनकी (आडवाणी) राष्ट्र निष्ठा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उमा को तो यहां तक संदेह है कि अगर कभी आडवाणी प्रधानमंत्री बन गए तो वे कश्मीर के विभाजन तक को तैयार हो जाएंगे।
चम्बल संभाग के प्रवास के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में उमा भारती ने कहा कि उन्हें ऐसा संदेह इसलिए है क्योंकि आडवाणी ने पाकिस्तान में जाकर न केवल मोहम्मद अली जिन्ना की सराहना की थी, बल्कि भारत के बंटवारे को भी सही ठहराया था। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भारत के बंटवारे को सही ठहरा सकता है, वह प्रधानमंत्री बनने पर संसद और जनता के न चाहने पर भी कश्मीर विभाजन को तैयार हो सकता है।
उमा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने भाजपा में रहते हुए सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोका था, ठीक उसी तरह वे आडवाणी को प्रधानमंत्री बनने से रोकेंगी। उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भाजपा के केन्द्रीय नेताओं का कारिन्दा करार दिया। उन्होंने कहा कि शिवराज ने ऐसा कोई भी काम नहीं किया है, जिसके लिए उन्हें याद किया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।