चीन ने दिए परमाणु करार के प्रति सकारात्मक संकेत
बीजिंग/नई दिल्ली, 3 सितम्बर (आईएएनएस)। चीन ने संकेत दिया है कि वह भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को समर्थन देने पर विचार कर सकता है, बशर्ते परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों का समूह (एनएसजी) परमाणु अप्रसार और नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के बीच संतुलन स्थापित करे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मंगलवार को चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जियांग यु के हवाले से कहा कि चीन को उम्मीद है कि एनएसजी परमाणु अप्रसार और नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोग के बीच संतुलन बनाने का कोई रास्ता खोज लेगा।
चीन के एनएसजी में परमाणु समझौते के मुद्दे पर चीनी नेताओं के मतभेद सामने आ गए हैं। गौरतलब है कि कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र 'पीपुल्स डेली' ने भारत-अमेरिकी परमाणु समझौते को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु अप्रसार के लिए बड़ा खतरा बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की थी।
भारत को उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए चीन 45 सदस्यीय एनएसजी में समझौते का विरोध करने का खतरा मोल नहीं लेगा।
चीन ने मंगलवार को विदेशमंत्री यांग जेइची की तीन दिवसीय भारत यात्रा की घोषणा की। पिछले साल पद संभालने के बाद से यांग की यह पहली भारत यात्रा है। उनकी यात्रा रविवार से शुरू होने वाली है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यांग विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी के साथ द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत वार्ता करेंगे। नई दिल्ली आने से पहले वे कोलकाता में चीन वाणिज्य दूतावास का औपचारिक उद्घाटन भी करेंगे।
यांग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी बात करेंगे और संभावना है कि अक्टूबर में होने वाले एशिया यूरोप सम्मेलन में भाग लेने के लिए वे उनको चीन यात्रा का निमंत्रण भी दें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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