मंहगाई में माचिस भी हुई मंहगी
चेन्नई, 3 सितम्बर (आईएएनएस)। अब माचिस की एक डिब्बी पचास पैसे की नहीं, बल्कि एक रूपये में मिलेगी। माचिस के दाम में यह बढ़ोतरी पूरे 15 साल बाद होने जा रही है।
'ऑल इंडिया चैंबर्स ऑफ मैच इंडस्ट्रीज-सिवकासी' के अध्यक्ष एस. श्रीराम अशोक ने कहा कि माचिस पर लागत मूल्य सौ प्रतिशत बढ़ चुका था और ऐसे में कीमत बढ़ाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था।
अशोक ने आईएएनएस को बतया कि इसके बाद अगले दो वषों तक माचिस कीमत और नहीं बढ़नी चाहिए।
उत्पादकों के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों में डुप्लेक्स बोर्ड की कीमत 10,000 रुपये से बढ़कर 32,000 रुपये प्रति टन और मैच वैक्स की कीमत 34,000 रुपये से बढ़कर 66,000 रुपये प्रति टन हो चुकी है।
इसी तरह सल्फर, स्पिलंटस, और पोटैशियम क्लोरेट की कीमतें भी बढ़ चुकी हैं। पिछले दिनों वित्त मंत्रालय ने माचिस उत्पादकों की उस अपील को भी ठुकरा दिया था, जिसमें उन्होंने खुद को केंद्रीय मूल्य वर्धित कर (सेनवैट) से मुक्त रखे जाने की मांग की थी।
लिबर्टी मैच कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एस.एस.डी. कृष्ण मूर्ति ने कहा कि उत्पादन प्रक्रिया का मशीनीकरण ही एकमात्र समाधान है लेकिन उच्च ब्याज दर और कम बिक्री दर से उत्पादक अपनी लागत नहीं निकाल सकत हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।