अल्प वर्षा के कारण गुजरात में गणेश प्रतिमाओं की संख्या कम हुईं
अहमदाबाद, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। हर साल गुजरात में गणेशोत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस बार अल्पवर्षा और जल संकट के कारण गणेश प्रतिमाएं कम संख्या में देखने को मिल रही है।
बड़े पैमाने पर गणेश की मूर्तियां बनाने वाले गुलबई टेकरा के शिल्पकारों का कहना है कि कम वर्षा के कारण इस बार त्योहार का उत्साह हल्का पड़ गया है।
गुलबई टेकरा के शिल्पकार रामसिंह ने आईएएनएस से कहा कि इस साल वर्षा बहुत नहीं हुई, जिससे झीलों, तालाबों और नदियों में पानी बहुत कम है। ऐसे में मूर्तियों का विसर्जन एक बड़ी समस्या है। यही कारण है कि अन्य वर्षो के मुकाबले इस साल गणेश की मूर्तियां 20 प्रतिशत कम बनाई गई हैं।
हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाने के लिए प्रसिद्ध गुलबई टेकरा की मूर्तियां गुजरात के साथ आंध्रप्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में भी भेजी जाती हैं।
बुधवार को शुरू हो रहे गणेशोत्सव को लेकर बाजार में अलग-अलग तरह की मूर्तियां हैं, जिनकी कीमत उनके आकार के अनुसार रखी गई हैं। सबसे बड़ी मूर्ति 12 हजार रुपये की है।
पारंपरिक रूप से ये मूर्तियां गीली मिट्टी और सब्जियों के रंगों से बनाई जाती हैं, लेकिन व्यावसायिक रूप से बड़ी और खूबसूरत मूर्तियां प्लास्टर ऑफ पेरिस और टॉक्सिक रासायनिक रंगों से बनाई जा रही हैं।
कुछ साल पहले कंकरिया झील में मूर्तियों के विसर्जन के कारण बढ़े प्रदूषण के बाद पर्यावरण के अनुकूल मूर्तियां बनाने की मांग बढ़ गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।