आमदनी वृद्धि के लिए माल सेवाएं बढ़ाएंगी विमानन कंपनियां
मुंबई, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। भारी नुकसान और आर्थिक तंगी का सामना कर रहीं भारतीय विमानन कंपनियां आमदनी बढ़ाने के लिए अब माल ढुलाई सेवाओं (कारगो सर्विसेज) को विस्तार देंगी।
मुंबई, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। भारी नुकसान और आर्थिक तंगी का सामना कर रहीं भारतीय विमानन कंपनियां आमदनी बढ़ाने के लिए अब माल ढुलाई सेवाओं (कारगो सर्विसेज) को विस्तार देंगी।
किफायती विमानन कंपनी 'स्पाइसजेट' का कहना है कि माल ढुलाई सेवा क्षेत्र में कारोबार विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। स्पाइसजेट ने इस वर्ष अप्रैल में इस सेवा की शुरुआत की थी।
स्पाइसजेट के मुख्य वाणिज्य अधिकारी संयुक्त श्रीधरन ने कहा, "इस कारोबार में हमें अपार संभावनाएं नजर आ रही हैं।" उन्होंने कहा, "हमें पूरा भरोसा है कि शुरुआती तीन वर्षो में हमारा माल सेवा कारोबार 100 रुपये के जादुई आंकड़े को छू लेगा।"
श्रीधरन के मुताबिक घरेलू माल ढुलाई उद्योग प्रति वर्ष 15 प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है।
रेशम की खेती छोड़ कर विमानन सेवा से जुड़े व्यवसायी जी. आर. गोपीनाथ श्रीधरन से सहमत हैं। उनका कहना है कि देश के भीतरी हिस्से में ही माल सेवा कारोबार के विस्तार की काफी संभावनाएं मौजूद हैं। गोपीनाथ ने ही देश में 'नो फ्रिल' विमानन की शुरुआत की थी।
गोपीनाथ की नई कंपनी 'डेक्कन एक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स' दिल्ली और हैदराबाद में माल सेवा संचालन सुविधा की शुरुआत करेगी। नागपुर हवाई अड्डे पर कंपनी का एक माल सेवा केंद्र पहले से मौजूद है।
गोपीनाथ ने आईएएनएस से कहा, "सुदूर इलाकों को जोड़ने से संबंधित सेवाओं के विस्तार की काफी संभावना है।"
विमानन कारोबार के विश्लेषकों का कहना है कि वर्ष 2008-09 के दौरान प्रमुख भारतीय विमानन कंपनियों का नुकसान दो अरब डालर से ऊपर चला जाएगा।
ऐसे में विमानन कंपनियों को आमदनी के वैकल्पिक स्रोत तो ढूंढने ही होंगे। यही वजह है विमानन क्षेत्र को माल ढुलाई सेवाएं बेहतर और आकर्षक विकल्प नजर आ रही हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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