माओवादियों ने नेपाल में डाबर फैक्ट्री बंद की
काठमांडू, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। नेपाल में भारतीय कंपनी डाबर द्वारा प्रायोजित वार्षिक सौंदर्य प्रतियोगिता के आयोजन पर रोक लगाने के बाद माओवादियों ने 10 प्रतिशत बोनस की मांग करते हुए तराई स्थित डाबर फैक्ट्री ही अब बंद करवा दी है।
काठमांडू, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। नेपाल में भारतीय कंपनी डाबर द्वारा प्रायोजित वार्षिक सौंदर्य प्रतियोगिता के आयोजन पर रोक लगाने के बाद माओवादियों ने 10 प्रतिशत बोनस की मांग करते हुए तराई स्थित डाबर फैक्ट्री ही अब बंद करवा दी है।
रविवार को जब नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आशंकाएं दूर करने की कोशिश करते हुए उससे प्राथमिक क्षेत्रों में विदेशी निवेश बढ़ाने का आह्वान कर रहे थे, तभी माओवादी ट्रेड यूनियन ने बारा जिले में स्थित डाबर फैक्ट्री अनिश्चितकाल के लिए बंद करवा दी।
डाबर नेपाल ने मंगलवार को आईएएनएस के साथ बातचीत में इसकी पुष्टि की, लेकिन घटना का ब्यौरा नहीं दिया।
डाबर नेपाल के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को नवनियुक्त श्रम मंत्री लेखराज भट्ट शालिक राम जमारकाट्टल और ऑल नेपाल ट्रेड यूनियन फेडरेशन (रिवोल्यूशनरी)से मुलाकात फैक्ट्री फिर से चालू करवाने की अनुरोध किया।
यूनियन ने फैक्ट्री को बंद करने से पहले 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। यूनियन ने पिछले बुधवार को प्रेस में बयान जारी कर बारा जिले के रामपुर गांव में स्थित डाबर फैक्ट्री को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। यूनियन ने फैक्ट्री से 10 प्रतिशत बोनस की मांग करते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर रविवार को उसे बंद कर दिया जाएगा।
कंपनी का कहना है कि उसे पिछले वित्त वर्ष में दो करोड़ 56 लाख नेपाली रुपये का मुनाफा हुआ, यूनियन ने इस आंकड़े को गलत बताते हुए कंपनी से 'असली मुनाफे' के आंकड़े जारी करने को कहा है।
डाबर नेपाल, नेपाल की सबसे बड़ी करदाता कंपनियों में से है और यह देश की सबसे बड़ी निर्यातक भी है।
नेपाल के गृहमंत्री बामदेव गौतम ने सोमवार को कानून एवं व्यवस्था बरकरार रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा था कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे उनका ताल्लुक किसी भी राजनीतिक दल से हो।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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