टाटा ने नैनो का काम रोका, अन्यत्र उत्पादन के विकल्प पर विचार (राउंडअप)
नई दिल्ली/कोलकाता, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के सिंगुर क्षेत्र में टाटा मोटर्स की नैनो फैक्ट्री में लगातार चौथे दिन मंगलवार को जहां कामकाज ठप रहा वहीं टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह अपनी बहुप्रतीक्षित लखटकिया कार 'नैनो' का विनिर्माण अपने अन्य संयंत्रों में करने के विकल्पों पर विचार कर रही है।
टाटा मोटर्स की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "सिंगुर की ताजा स्थिति के मद्देनजर कंपनी नैनो कारों का विनिर्माण अपने अन्य संयंत्रों में करने के विकल्पों पर विचार कर रही है। विनिर्माण स्थल को स्थानांतरित करने के विकल्पों के बारे में एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है।"
सिंगुर की मौजूदा स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा, "सिंगुर स्थित नैनो के विनिर्माण स्थल को अभी भी बंधक बनाकर रखा गया है। वहां की स्थिति भयावह है।"
कंपनी की ओर से कहा गया कि जब तक उत्पादन के अनुकूल वातावरण तैयार नहीं हो जाता तब तक इस परियोजना पर काम शुरू नहीं किया जा सकता है। हम पश्चिम बंगाल इसलिए आए थे कि इससे लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।
परियोजना का हो रहे विरोध के चलते कंपनी ने सिंगुर में अपने उत्पादन कार्य पर ब्रेक लगा दिया है जिससे लगातार चौथे दिन कामकाज ठप रहा।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है, "कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर हमने काम रोकने का फैसला किया है।"
इस बीच मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने मामले पर जारी गतिरोध को टालने के लिए एक निष्पक्ष मध्यस्थ को सामने लाने के प्रस्ताव का स्वागत किया है।
राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी के इस प्रस्ताव का तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने पहले ही स्वागत किया है और कहा है कि वह इस मुद्दे पर वार्ता को तैयार है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक बार फिर राजभवन जाकर गांधी से मुलाकात की।
टाटा मोटर्स की इस परियोजना का रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी, भारती एयरटेल के सुनील मित्तल और इंफोसिस के एन. आर. नारायणमूर्ति ने पहले ही समर्थन किया है। इस कड़ी में आज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का भी नाम जुड़ गया।
गांगुली ने कहा है कि इस परियोजना से पश्चिम बंगाल के औद्योगिक परिदृश्य में क्रांति आ जाएगी। एक बयान में उन्होंने कहा, "नैनो परियोजना से पश्चिम बंगाल में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। यह राज्य के औद्योगिक परिदृश्य और युवाओं के भविष्य के लिए क्रांतिकारी साबित होगी।"
सौरव ने कहा कि टाटा कंपनी सिंगुर को दूसरा जमशेदपुर बना देगी। इसलिए हमें अपना भविष्य संवारने के लिए टाटा और अन्य उद्योगों का समर्थन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नैनो परियोजना के पश्चिम बंगाल से बाहर चले जाने से इस राज्य के औद्योगिक विकास पर अंधेरा छा जाएगा। इसलिए यह समय इस परियोजना के समर्थन में उतरने का है।
'द टेलीग्राफ' समाचार पत्र के अनुसार कामकाज नहीं हो पाने की वजह से टाटा मोटर्स और उसके वाहनों के विक्रेताओं को रोजाना एक करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
इससे पहले शुक्रवार, शनिवार और सोमवार को भी यहां कामकाज नहीं हो सका था। रविवार को फैक्ट्री में अवकाश रहता है।
तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में जारी अनिश्चितकालीन धरने की वजह से यहां कामकाज बंद है।
प्रदर्शनकारी 400 एकड़ भूमि किसानों को लौटाने की मांग को लेकर आंदोलन छेड़े हुए है और उनका दावा है कि यह जमीन 'किसानों की मर्जी के खिलाफ' छीनी गई है।
एक अन्य घटनाक्रम में सोमवार रात को आंशिक तौर पर खोला गया राष्ट्रीय राजमार्ग-2 मंगलवार सुबह फिर से बंद हो गया।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार पूर्वाह्न् ग्यारह बजे तक 55 ट्रकों को कोलकाता की ओर और कुछ को बर्धमान जिले को बढ़ने दिया गया हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि राजमार्ग मंगलवार को बंद क्यों किया गया।
उन्होंने बताया, "एनएचएआई के अधिकारियों की हुगली जिला प्रशासन के साथ जल्द ही बैठक होगी।"
टाटा मोटर्स का आगामी अक्टूबर में दुनिया की सबसे सस्ती कार नैनो को बाजार में उतारने का कार्यक्रम है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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