मोबाइल फोन से जुड़ी बाढ़ पीड़ितों की आस
मधेपुरा/सहरसा, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। बाढ़ की मार झेल रहे बिहार में मोबाइल फोन लोगों के लिए बड़ा सहारा बन चुके हैं। पिछले 14 दिनों में सैकड़ों लोगों की जान मोबाइल फोन की वजह से बच सकी और अभी बहुत ऐसे लोग हैं जो मोबाइल के सहारे ही इस विपदा से निकलने की उम्मीद रखते हैं।
मधेपुरा/सहरसा, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। बाढ़ की मार झेल रहे बिहार में मोबाइल फोन लोगों के लिए बड़ा सहारा बन चुके हैं। पिछले 14 दिनों में सैकड़ों लोगों की जान मोबाइल फोन की वजह से बच सकी और अभी बहुत ऐसे लोग हैं जो मोबाइल के सहारे ही इस विपदा से निकलने की उम्मीद रखते हैं।
सहरसा जिले के राहत कैंप में रह रहे धीरेंद्र राय ने बताया कि मोबाइल फोन से ही सूचित करने के बाद ही उनके परिवार के सात सदस्यों और कुछ अन्य लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला जा सका।
बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री नीतीश मिश्रा ने आईएएनएस को बताया कि मोबाइल फोन बाढ़ पीड़ित इलाकों में संचार लाइनों और लोगों की उम्मीदों को जिंदा रखे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि जब से समाचार पत्रों में उनका फोन नंबर छपा है और टीवी चैनलों पर दिखाया गया है, तब से वे सैकड़ों फोन कॉल प्राप्त कर चुके हैं।
बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और सुरक्षित स्थानों तक ले जाने के लिए मोबाइल फोन से कॉल करके और संदेशों को भेजकर स्थानीय अधिकारियों से गुहार लगाई जा रही है।
बाढ़ पीड़ित इलाकों के जिन घरों के लोग राज्य से बाहर हैं, उन लोगों से भी मोबाइल फोन के जरिए ही संपर्क साधा जा रहा है। मधेपुरा जिले के निवासी बालेश्वर सिंह ने कहा कि बाढ़ के दौरान मोबाइल फोन उनके लिए जीवन रेखा बन गया था। अररिया जिले की शाहजादी खातून ने कहा कि उनका मोबाइल फोन कई लोगों के लिए इस मुसीबत में सहारा बना।
मधेपुरा जिले के अधिकारियों ने बताया कि इस आपदा के समय मोबाइल फोन वाकई बहुत उपयोगी साबित हो रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।