समझौते के बाद पटरी पर लौटा जम्मू
शहर के सभी स्कूल सोमवार को खुले और सड़कों पर भारी यातायात दिखा। लम्बे समय के बाद अपने संगी-साथियों से मिलने पर बच्चों में खासा उत्साह दिखाई दिया।
यही नहीं इस दौरान सबसे प्रचलित नारा 'बम-बम भोले' का नारा रहा। लोग इसी नारे के साथ एक-दूसरे का अभिवादन करते रहे। अमरनाथ भूमि विवाद के दौरान श्री अमरनाथ संघर्ष समिति के आंदोलनकारी सदस्य "बम-बम भोले" का ही उद्घोष किया करते थे ।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 26 मई को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को 40 हेक्टेयर भूमि आवंटित की थी, लेकिन कश्मीर घाटी में प्रदर्शन के बाद यह आवंटन वापस ले लिया गया था।
इसके बाद हिंदु बहुल जम्मू में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे, जो 61 दिन तक चले और रविवार को राज्यपाल के पैनल और आंदोलनकारियों के बीच समझौता हो गया। समझौते के बाद एक बार फिर जम्मू में शांति व्यवस्था कायम हो गई है।
विवाद
पर
समझौता
होने
पर
स्थिति
तो
सामान्य
है,
लेकिन
शहर
के
बाहरी
इलाकों
में
वाहनों
की
चेकिंग
जारी
है।