इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम का चमकता सितारा हैं भारतीय मूल की इशा गुहा
नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय मूल की एक महिला क्रिकेट खिलाड़ी ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर शनिवार को भारत की महिला क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के हाथों पराजय झेलने पर मजबूर कर दिया।
नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय मूल की एक महिला क्रिकेट खिलाड़ी ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर शनिवार को भारत की महिला क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के हाथों पराजय झेलने पर मजबूर कर दिया।
शनिवार को बाथ क्रिकेट क्लब मैदान पर खेले गए एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड की टीम ने भारतीय टीम को 8 विकेट से पराजित कर दिया। इसमें भारतीय मूल की तेज गेंदबाज इशा तारा गुहा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 30 रन देकर तीन विकेट झटके।
टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने 43.4 ओवर में 124 रन बनाए, जबकि इंग्लैंड की टीम ने 36 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इशा के अलावा जेनिफर गुन ने भी घातक गेंदबाजी करते हुए 13 रन देकर तीन विकेट झटके।
इंग्लैंड की पुरुष टीम में जहां भारतीय मूल के मोंटी पनेसर एक महान स्पिन गेंदबाज के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, वहीं इशा महिला टीम में अहम स्थान बना चुकी हैं। इशा इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाली पहली एशियाई महिला हैं।
21 मई 1985 को हाई वाइकांब में जन्मी इशा ने वर्ष 2002 में 17 वर्ष की उम्र में भारत के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। इसी वर्ष उन्हें बीबीसी ने 'एशियन नेटवर्क स्पोर्ट्स पर्सनेलिटी ऑफ द इयर' सम्मान से नवाजा था।
इशा अब तक 55 एकदिवसीय मैचों में 18.26 की औसत से 84 विकेट ले चुकी हैं। उन्होंने इंग्लैंड के लिए सात टेस्ट मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने 20.00 के औसत से 25 विकेट लिए हैं।
इशा मूल रूप से बंगाली हैं। उनके पिता वरूण और मां रोमा गुहा को अपनी बेटी पर गर्व है। वरूण कहते हैं, "मेरी बेटी 75 प्रतिशत अंग्रेज और 25 प्रतिशत बंगाली है। वह बंगला बोल नहीं सकती, लेकिन समझ सकती है। उसे कोलकाता जाना और अपने रिश्तेदारों से मिलाना बहुत पसंद है। अगली बार वह क्रिस्मस के मौके पर भारत जाएगी।"
वरूण 1965 में कोलकाता से इंग्लैंड आए थे। 1974 में उनकी शादी रोमा से हुई। वरूण बताते हैं कि इशा ने अपने भाई कौशिक से क्रिकेट के गुर सीखे। कौशिक जहां स्कूल स्तर तक ही क्रिकेट खेल सके, वहीं इशा ने इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**