सिंगुर मसले पर राज्यपाल से मिले तृणमूल प्रतिनिधि (लीड-1)
कोलकाता, 31 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में सिंगुर स्थित दुनिया की सबसे सस्ती कार 'नैनो' की निर्माणाधीन उत्पादन इकाई के लिए अधिग्रहीत भूमि के मसले पर उठे विवाद सुलझाने के लिए तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि रविवार को कोलकाता स्थित राजभवन में राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी से मुलाकात की।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता पार्था चट्टोपाध्याय ने आज संवाददाताओं से कहा, "हम सिंगुर मसले पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल से मुलाकात करने जा रहे हैं। इस मुलाकात के दौरान हम उन्हें अपनी नेता ममता बनर्जी के नजरिए से अवगत कराएंगे।" चट्टोपाध्याय तृणमूल कांग्रेस के नेता हैं।
गौरतलब है कि गांधी ने ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने उनसे कहा था कि वे टाटा मोटर्स के नैनो संयंत्र के मसले पर उठे विवाद को सुलझाने के लिए राज्य सरकार के साथ बातचीत करें। पत्र में उन्होंने कहा था कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं है, जिसका हल बातचीत के जरिए नहीं निकाला जा सकता।
उल्लेखनीय है कि 'नैनो' की निर्माणाधीन उत्पादन इकाई राज्य की सत्ताधारी वाम मोर्चा और विपक्षी तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक दाव पेंच का शिकार हो गई लगती है।
तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन और कर्मचारियों को डराने धमकाने की वजह से शुक्रवार और शनिवार को फैक्ट्री में काम ठप रहा। हालांकि फैक्ट्री स्थल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और राजनीतिक स्तर पर समस्या को सुलझाने का प्रयास भी किया जा रहा है, लेकिन नतीजा अब तक शिफर रहा।
टाटा मोटर्स ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा, "स्थिति अभी भी फैक्ट्री में काम शुरू करने के लिए अनुकूल नहीं हो पाई है। हम परिस्थितियों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।"
गुरुवार को स्थिति तब गंभीर हो गई थी, जब निर्माणाधीन फैक्ट्री के अंदर 600 से ज्यादा इंजीनियर और कार्यकारी अधिकारी काम खत्म होने के बाद लगभग तीन घंटे तक फंसे रहे। इसके बाद उप प्रभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कल्याण बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद ही वे अपने-अपने घर लौट पाए।
नैनो परियोजना के लिए अधिग्रहीत 997.11 एकड़ जमीन में से 400 एकड़ जमीन लौटाए जाने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी फैक्ट्री के सामने अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी कर रही हैं।
एक लाख रुपये कीमत वाली नैनो कार इस वर्ष अक्टूबर में बाजार में उतारी जाने वाली है। लेकिन टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा कह चुके हैं कि यदि विवाद नहीं थमा, तो यह परियोजना पश्चिम बंगाल से बाहर भी जा सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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