'सिंगुर मसले पर जापान सरकार और निवेशकों की नजर'
कोलकाता, 31 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में सिंगुर स्थित टाटा मोटर्स की महत्वाकांक्षी 'नैनो' परियोजना के विवादों में फंस जाने की पूरी परिघटना पर जापान की सरकार और निवेशक बारीकी से नजर रखे हुए हैं।
भारत में जापान के वाणिज्यदूत फुजियो सामुकावा ने कोलकाता में रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार का आह्वान किया कि वह मामले को सुलझाने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत करे।
सामुकावा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जापान की सरकार और निवेशक सिंगुर प्रकरण पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। यह पश्चिम बंगाल और विदेशी निवेशकों के लिए बड़ी गंभीर स्थिति है। इस मसले को सुलझाने के लिए सरकार और विपक्ष को यथाशीघ्र बातचीत शुरू करनी चाहिए।"
यह पूछे जाने पर कि क्या जापान ने पश्चिम बंगाल में निवेश करने की कोई योजना बनाई है? उन्होंने कहा, "जैसा कि पहले से ही होता आया है। दोनों जापानी कंपनियां कोलकाता में हैं, न कि बेंगलुरू और मुंबई में। सिंगुर प्रकरण के बाद यहां निवेश की योजना बनाने में हमें थोड़ा वक्त की जरूरत होगी।"
उन्होंने कहा कि फैक्ट्रियों के लिए भूमि विवादों को सुलझाने में पश्चिम बंगाल को जापानी तरीका अपनाना चाहिए।
गौरतलब है कि नैनो परियोजना के लिए अधिग्रहीत 997.11 एकड़ जमीन में से 400 एकड़ लौटाए जाने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी फैक्ट्री के सामने अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी कर रही हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।