अमरनाथ विवादः आखिर हुआ समझौता
अमरनाथ संघर्ष समिति और राज्यपाल के प्रतिनिधियों के बीच रविवार सुबह पांचवें दौर की वार्ता में भूमि विवाद को लेकर सहमति बनी। यह महत्वपूर्ण बैठक तीन घंटे तक चली। इसके साथ ही संघर्ष समिति ने आंदोलन समाप्त करने की भी घोषणा की।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को आवंटित भूमि वापस लिए जाने के मुद्दे पर राज्यपाल एन. एन. वोहरा के प्रतिनिधियों और संघर्ष समिति के नेताओं के बीच रविवार तड़के पांचवें दौर की वार्ता में सहमति बनी। सहमति के बाद दोनों पक्षों ने एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्यपाल के सलाहकार सुधीर सिंह बोलोरिया और संघर्ष समिति के संयोजक लीला करण शर्मा ने महीनों से चल रहे विवाद पर सहमति की घोषणा की। समझौते के अनुसार बालताल और दोमेल में बोर्ड को अस्थाई तौर पर भूमि दी जाएगी।
समझौते के अनुसार बोर्ड के पुर्नगठन और इसे मजबूत बनाने पर भी सहमति बनी, साथ ही अमरनाथ यात्रा की जिम्मेदारी भी बोर्ड की ही होगी। शर्मा ने इस समझौते को 'जम्मू की जनता की जीत' कहा।
उल्लेखनीय है कि जब बोलेरिया और शर्मा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, उस समय बड़ी संख्या में लोग बाहर 'बम-बम भोले' का नारा लगा रहे थे।