उड़ीसा हिंसा: सीबीआई जांच पर केंद्र सहमत
कैबिनेट की बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने उड़ीसा मामले की जांच सीबीआई के हवाले करने की मांग रखी। सरकारी सूत्रोंक के मुताबिक केन्द्र सरकार इस पर विचार कर रही है।
इस पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि यदि उड़ीसा सरकार सीबीआई जांच की मांग करेगी तो केन्द्र उस पर विचार कर सकती है।
उधर उड़ीसा के हिंसाग्रस्त कंधमाल जिले में कर्फ्यू के बावजूद छिटपुट हिंसक घटनाएं जारी हैं। उड़ीसा के कंधमाल जिले में जहां शुक्रवार को कर्फ्यू लगा रहा, वहीं गिरजाघरों को जलाए जाने के विरोध में देश भर के करीब 45 हजार ईसाई शिक्षण संस्थान बंद रहे।
पुलिस के मुताबिक कंधमाल के कई इलाकों से छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुई हैं। कंधमाल जिले के फिरिंगिया, टिकाबाली और उदयगीरी इलाकों में हिंसक झड़पों से शांति व्यवस्था भंग हुई। इन इलाकों में उग्र भीड़ ने विभिन्न जगहों पर सड़कों पर जाम लगाया।
इस दौरान कंधमाल में भारती तादाद में सुरक्षाबल तैनात रहा। हिंसक वारदातों को अंजाम देने वाले करीब 137 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि पुलिस का दावा है कि प्रदेश के अन्य हिस्सों में स्थिति शांतिपूर्ण है। अब तक हुई हिंसा में कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि गैरसरकारी आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या सत्रह है, क्योंकि 13 शव बरामद हो चुके हैं।
देश भर में ईसाई शिक्षण संस्थान बंद रहे
उड़ीसा में सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ इंडिया के आह्वान पर शुक्रवार को देश भर के करीब 45 हजार ईसाई संगठनों द्वारा संचालित शिक्षण संस्थान बंद रहे।
गौरतलब है कि शनिवार को कंधमाल जिले में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान विहिप की केंद्रीय सलहाकार समिति के वरिष्ठ सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती समेत पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हत्या के विरोध में विहिप ने सोमवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया, जिसमें हिंसा भड़कने से तनाव बढ़ गया। यही नहीं मंगलवार को हिंसा ने सांप्रदायिक मोड़ ले लिया, जिसके बाद से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हिन्दू-ईसाई समुदायों के बीच जगह-जगह झड़पों की खबरें आ रही हैं।