हरियाणा को खेल महाशक्ति बनाना हमारा लक्ष्य : हुड्डा
भिवानी (हरियाणा), 30 अगस्त (आईएएनएस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार हरियाणा को खेलों की महाशक्ति बनाना चाहती है।
हुड्डा ने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले प्रदेश के हर एक खिलाड़ी को 11 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पूर्व, मौजूदा और भविष्य के खिलाड़ियों को भी मदद देने की घोषणा की।
बीजिंग ओलंपिक में शिरकत करने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुड्डा ने कहा, "मैं खिलाड़ियों से अपील करना चाहता हूं कि वे इतनी मेहनत करें कि 2012 ओलंपिक में भारत को कम से कम 10 स्वर्ण पदक मिलें। हम हरियाणा को खेलों की महाशक्ति के रूप में स्थापित करना चाहते हैं।"
स्थानीय भीम स्टेडियम में हजारों लोगों ने इस समारोह के माध्यम से खिलाड़ियों का दीदार और गुणगान किया। समारोह के मुख्य आकर्षण रहे मुक्केबाजी का कांस्य पदक जीतने वाले स्थानीय मुक्केबाज विजेंदर कुमार।
हुड्डा ने विजेंदर को उनकी शानदार सफलता के लिए 50 लाख रुपये का पुरस्कार दिया। साथ ही हुड्डा ने कहा कि विजेंदर को भिवानी में एक प्लॉट (भूखंड) दिया जाएगा, जहां वे अपने सपनों का घर बना सकेंगे।
हरियाणा सरकार ने ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल दौर तक पहुंचने वाले अपने सभी खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक बनाने की घोषणा की थी। इन खिलाड़ियों को उपाधीक्षक बनाया ही जाएगा, लेकिन हुड्डा ने शनिवार को कहा कि अगर विजेंदर चाहें तो वे हरियाणा खेल विभाग में उपनिदेशक का पद संभाल सकते हैं।
इस समारोह में निशानेबाजी का स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा शामिल नहीं हो सके। हुड्डा ने उनके प्रतिनिधि को सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भेंट की।
इसके अलावा हुड्डा ने क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाने के लिए मुक्केबाज अखिल कुमार और जितेंदर कुमार, कांस्य पदक जीतने वाले दिल्ली के पहलवान सुशील कुमार, हरियाणा के पहलवान योगेश्वर दत्त तथा बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को 25-25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया।
हुड्डा ने डिस्कस थ्रोअर कृष्णा पूनिया, निशानेबाज संजीव राजपूत और मुक्केबाज दिनेश कुमार को 11-11 लाख रुपये भेंट किए। साथ ही मुक्केबाजों के कोच जगदीश सिंह को 25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अर्जुन व द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों और कोचों को पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दिया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।