मुकेश अंबानी भी नैनो के पक्ष में
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत और राजनीतिक नेतृत्व को समस्या का मिलजुलकर हल निकालना चाहिए। मुकेश अंबानी ने इस परियोजना को अपने आप में अनूठा बताते हुये कहा कि इसकी स्थापना से भारत की पहचान छोटी कारों के बड़े केन्द्र के रुप में बनेगी।
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को इस तरह की बड़ी परियोजनाएं लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इससे घरेलू उद्योगों की प्रतिस्पर्धा तो बढ़ती ही है रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं।
अंबानी ने इस बात पर दुख जताते हुये कहा कि राष्ट्रीय महत्व की बड़ी परियोजनाओं के मामले में डर का माहौल बनाकर रोड़े खडे किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि "इस तरह की हरकतें देश की आर्थिक वृद्धि के लिये नुकसानदायक होंगी। दुनिया में भी भारत की छवि और विदेशों से नया निवेश आकर्षित करने की हमारी क्षमता को इससे नुकसान पहुंचेगा"।
टाटा की सिंगूर छोटी कार परियोजना भूमि अधिग्रहण पर उठे विवाद के कारण चर्चा में है। राज्य सरकार परियोजना के समर्थन में है जबकि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
टाटा
समूह
के
अध्यक्ष
रतन
टाटा
ने
विरोध
को
देखते
हुये
परियोजना
को
अन्यत्र
ले
जाने
की
इच्छा
जाहिर
की
है।
कंपनी
अब
तक
परियोजना
के
विकास
पर
1500
करोड़
रुपये
का
निवेश
कर
चुकी
है।