'20 फीसदी आयुर्वेदिक दवाओं में सीसा की मात्रा अधिक'
वाशिंगटन, 27 अगस्त (आईएएनएस)। ऑनलाइन बेची जाने वाली 20 प्रतिशत आयुर्वेदिक दवाओं में सीसा, पारा और आर्सेनिक की मात्रा निर्धारित मानक से काफी अधिक होती है।
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के बुधवार को प्रकाशित अंक में छपे एक नए अध्ययन के अनुसार, "रस शास्त्र से बनी कई भारतीय आयुर्वेदिक दवाओं में सीसा/पारा की मात्रा निर्धारित मानक से 100 से 10,000 गुना अधिक होती है।"
शोध के लेखक के अनुसार 1978 के बाद से सामने आए सीसा विषाक्तता के 80 से अधिक मामले आयुर्वेदिक दवाओं से संबंधित थे।
आयुर्वेद में दवाओं को दो तरीकों से बनाया जाता है, हर्बल और रस शास्त्र। रस शास्त्र में कई धातुओं जैसे पारा, सीसा, लोहा, जिंक खनिज जैसे अभ्रक और रत्न जैसे मोतियों का उपयोग दवाओं को बनाने में किया जाता है।
रस शास्त्र के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन दवाओं को सही तरीके से तैयार किया जाए तो वे इलाज के लिए लाभकारी होती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।