'पीडोफीलिया' से निपटने के लिए ब्रिटेन में रासायनिक उपाय !
लंदन, 27 अगस्त (आईएएनएस)। ब्रिटिश सरकार 'पीडोफीलिया' पर रोक लगाने के लिए एक नई पहल करने जा रही है। इसके तहत पीडोफीलिक लोगों पर दवाओं का इस्तेमाल करके उनके यौन व्यवहार को नियंत्रित किया जाएगा।
लंदन, 27 अगस्त (आईएएनएस)। ब्रिटिश सरकार 'पीडोफीलिया' पर रोक लगाने के लिए एक नई पहल करने जा रही है। इसके तहत पीडोफीलिक लोगों पर दवाओं का इस्तेमाल करके उनके यौन व्यवहार को नियंत्रित किया जाएगा।
पीडोफीलिया एक मानसिक रोग है जिसका शिकार व्यक्ति छोटे बच्चों के प्रति यौनाकर्षण महसूस करता है।
सरकार ने एक शोध के बाद सजा के तौर पर 'केमिकल कास्ट्रेशन' (रासायनिक बंध्याकरण) करने का प्रस्ताव रखा है। शोध में पाया गया है कि दवाओं के प्रयोग से पीडोफीलिक लोगों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
ब्रिटेन से पहले स्वीडन, डेनमार्क, कनाडा और अमेरिका के आठ राज्य इससे निपटने के लिए चिकित्सा पद्धति की सहायता ले चुके हैं। इन देशों में इस प्रयोग को सफल माना जा रहा है।
इन यौन अपराधियों की चिकित्सा के लिए दो तरह की दवाएं मौजूद हैं। पहली दवा है 'एसएसआरआईज' (सेलेक्टिव सेरोटोनिन री-अपटेक इनहिबिटर)। यह दवा आमतौर पर अवसाद और तनाव को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। दूसरी दवा को 'एंटी-लिबिडाइनल' चिकित्सा पद्धति का नाम दिया गया है। इसके द्वारा लोगों के शरीर मे टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन का स्तर कम कर दिया जाता है ताकि उनकी यौन व्यवहार नियंत्रित किया जा सके।
देश भर में इसे लागू कराने के लिए न्यूकैसल विश्वविद्यालय के मस्तिष्क विज्ञान संस्थान के अपराध मनोविज्ञानी प्रोफेसर डान ग्रुबिन की सेवाएं ली जा रही हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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