जन केरोसीन परियोजना छोड़ देगी सरकार
सरकार को इस परियोजना पर लगभग 200 करोड़ रुपये सालाना का नुकसान उठाना पड़ा है। जन केरोसीन परियोजना (जेकेपी) को दो अक्तूबर 2005 को पेश किया था। परियोजना को ईंधन के विपथन (डाइवर्जन) को रोकने एवं ग्राहकों को केरोसीन वितरित करने के उद्देश्य से पेश किया गया था।
तेल
मंत्रालय
के
वरिष्ठ
अधिकारी
ने
बताया
कि
हालांकि
गुजरात,
महाराष्ट्र,
राजस्थान
एवं
गोवा
ने
जेकेपी
से
वर्ष
2006
और
2007
में
अपने
आप
को
अलग
कर
लिया
था।
इसके
अलावा
अन्य
राज्य
भी
परियोजना
को
लेकर
काफी
उत्साहित
नहीं
थे।
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