भारत के साथ रिश्तों को मजबूती देना चाहते हैं ओबामा (लीड-1)
वाशिंगटन, 26 अगस्त (आईएएनएस)। बराक ओबामा भारत को एक स्वाभाविक रणनीतिक सहयोगी मानते हैं और अगर वे अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए तो भारत के साथ पिछले एक दशक में विकसित हुए बेहतर संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। वे भारत के साथ निकट संबंध स्थापित करने का प्रयास करेंगे।
डेमोक्रेटिक पार्टी के मंगलवार को अनुमोदित होने वाले घोषणापत्र में कहा गया है, "भारत और अमेरिका विश्व के दो बड़े लोकतांत्रिक और बहुसांस्कृतिक देशों के रूप में नैसर्गिक सहयोगी हैं और समान हितों की रक्षा तथा 21 वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।"
पार्टी ने अपने घोषणापत्र में यह भी कहा है कि यदि ओबामा राष्ट्रपति चुने गए तो देश भारत के अलावा ब्राजील, रूस और चीन जैसी विभिन्न उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के साथ भी मिलकर काम करेगा।
उधर, ओबामा के प्रमुख सलाहकार ग्रेगरी क्रेग का कहना है कि वे अपने सहयोगियों की राय पर ध्यान देने और दुनिया भर के देशों को साथ लेकर चलने की नीति अपना रहे हैं।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार क्रेग ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि ओबामा संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को अधिक से अधिक मजबूत बनाने पर भी ध्यान देंगे।
उन्होंने कहा कि ओबामा का मानना है कि जलवायु परिवर्तन, परमाणु हथियारों का प्रसार और विभिन्न महामारियां आदि ऐसे मुद्दे हैं जिनसे बिना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन लिए नहीं निपटा जा सकता।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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