उड़ीसा में हिंसा भड़की, 4 मरे (लीड-2)
भुवनेश्वर, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उड़ीसा के कंधमाल जिले में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक नेता की हत्या को लेकर मंगलवार को उड़ीसा में हिंसा फैल गई। दो समुदायों के बीच हुई झड़प ने हिंसा का रूख अख्तियार कर लिया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। हिंसाग्रस्त कंधमाल जिले के अन्य क्षेत्रों में भी मंगलवार को कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है।
जिले के बाराखामा गांव में दो समुदायों के बीच तीखी झड़प हुई। इसमें चार लोग मारे गए। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है।
इस बीच कंधमाल जिले में गिरिजाघरों व वाहनों पर हमले की छिटपुट घटनाएं हुइर्ं। सुरक्षा अधिकारियों ने जिले के नौ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को बारगढ़ जिले के खूंटपाली गांव में एक महिला को जिंदा जला दिया गया था। सोमवार को विहिप द्वारा आयोजित राज्यव्यापी बंद के दौरान कई गिरिजाघरों को जलाने का प्रयास किया गया और रेलवे की संपत्ति व सड़कों को नुकसान पहुंचाया गया।
पुलिस निरीक्षक बिजय कुमार महापात्रा ने आईएएनएस को बताया, "अर्धसैनिक बलों की सहायता से पुलिस दुर्घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने जिले के विभिन्न इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया।"
कंधमाल जिले के एक आश्रम में जन्माष्टमी उत्सव के दौरान विहिप की केंद्रीय सलहाकार समिति के वरिष्ठ सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती सहित पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हत्याकांड के विरोध में विहिप ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था। मंगलवार को कंधमाल जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप कपूर ने आईएएनएस को बताया कि कंधमाल जिले के बलिगुडा, फूलबनी और तुमुदिबांध कस्बों में कर्फ्यू लगाया गया है और यहां मंगलवार सुबह पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने फ्लैग मार्च किया।
उधर, राज्य सरकार ने रविवार को हत्याकांड की न्यायिक जांच के आदेश देने के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की भी घोषणा की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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