कुशल कार्यबलों की सूची में चौथे स्थान पर आ सकता है भारत : प्रधानमंत्री
गुवाहाटी, 26 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उम्मीद व्यक्त की है कि भारत वर्ष 2020 तक विश्व के कुशल कार्यबलों की सूची में चौथे स्थान तक पहुंच जाएगा।
गुवाहाटी स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में मंगलवार को छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार उच्च शिक्षा में और निवेश करने का प्रयास कर रही है और इस समय क्रियान्वित हो रही 11वीं पंचवर्षीय योजना मूलत: ज्ञान निवेश योजना है।" उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में निवेश पांच गुना बढ़ाकर 275,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी विस्तार किया जाएगा, जिससे वर्ष 2020 तक 50 करोड़ प्रशिक्षित कर्मचारी हमारे पास होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आठ नए आईआईटी, सात भारतीय प्रबंधन संस्थान, 14 विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय, 16 नए केंद्रीय विश्वविद्यालय, 10 नए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, 20 सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान और एक हजार पॉलिटेक्निक की स्थापना को मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत के पास वर्ष 2020 तक 50 करोड़ प्रशिक्षित लोगों को तैयार करने की क्षमता है। यह संख्या विश्व में मौजूद कुल कार्यबल के एक-चौथाई से भी अधिक होगी। भारत के लिए यह बड़ा एवं अद्वितीय अवसर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति के माध्यम से संभव होगा, जिसे हमें अपने बेहद महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रयास के रूप में लेना होगा।"
प्रधानंमत्री ने कॉरपोरेट क्षेत्र, गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक संगठनों के साथ भागीदारी स्थापित करने पर बल दिया।
प्रधानमंत्री सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर असम आए थे। उनका मंगलवार को कोकराझार जाने का भी कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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