'जरदारी गंभीर मानसिक रोगों से ग्रस्त थे'
लंदन, 26 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार आसिफ अली जरदारी पिछले वर्ष तक गंभीर मानसिक रोगों के शिकार थे। यह खुलासा एक ब्रिटिश समाचार पत्र ने किया है।
समाचार पत्र 'दि फाइनेंशियल टाइम्स' ने जरदारी के चिकित्सकों द्वारा अदालत में पेश किए गए दस्तावेजों के हवाले से बताया कि वे 'डिमेंशिया' (मनोभ्रंश), गंभीर अवसादग्रस्तता और किसी हादसे के बाद होने वाले तनाव से ग्रस्त थे।
पत्र ने कहा कि उसकी जानकारी जरदारी के वकीलों द्वारा अदालत में पेश किए गए उन चिकित्सकीय दस्तावेजों पर आधारित है जो उन्होंने पाक की तत्कालीन सरकार द्वारा जरदारी के खिलाफ इंग्लिश हाईकोर्ट में दायर भ्रष्टाचार के मामले में उनका बचाव करने के लिए दायर किए थे। यह मामला बीते मार्च में वापस ले लिया गया था।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष जरदारी ने देश में बिताए पिछले 20 सालों में लगभग 11 साल विभिन्न जेलों में भ्रष्टाचार के आरोप में बिताए हैं। वे कहते रहे हैं कि उस दौरान उन्हें प्रताड़ित किया गया।
समाचार पत्र ने सोमवार को ब्रिटेन में पाकिस्तानी उच्चायुक्त वाजिद शमसुल हसन के हवाले से कहा कि चिकित्सकों ने जरदारी को विभिन्न चिकित्सकीय परीक्षणों के बाद स्वस्थ घोषित कर दिया था।
हसन ने जरदारी का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा, "आपको यह बात समझनी चाहिए कि उस समय, जब वे मनगढ़ंत आरोपों के चलते जेल में थे, उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की गई। उस समय उनके चारों ओर भय का वातावरण था। ऐसी परिस्थितियों में तो किसी भी व्यक्ति को इसके दुष्प्रभावों को सहन करना होगा लेकिन वह अब बीती हुई बात है।"
हसन ने बताया कि पत्नी बेनजीर की हत्या के बाद जरदारी ने जिस तरह से अपने आप को संभाला उसने लोगों को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने बेहद नाजुक समय में अपने बच्चों समेत अपने परिवार को एकजुट रखा।
इन दस्तावेजों में न्यूयार्क के एक मनोचिकित्सक फिलिप साल्टिएल ने मार्च 2007 में किए जरदारी के एक परीक्षण के बाद लिखा है, "लगातार जेल में रहने के कारण वे मानसिक अस्थिरता से गुजर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि अगले एक साल तक उनकी हालत में कोई खास सुधार होगा।"
एक अन्य मनोचिकित्सक स्टीफेन रीच ने बताया कि उन्हें अपनी पत्नी और बच्चों के जन्मदिन तक नहीं याद रह गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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