घाटी में हिंसक झड़पें, 1 मरा, 65 घायल
गोली चलने की घटना बांदीपोरा जिले के हाजिन कस्बे में तब हुई, जब सुरक्षाबलों के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक पीछे हटने के लिए कहा।
सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों को समझा ही रहे थे कि इसी बीच भीड़ में से किसी ने गोली चला दी। गोली चलते ही मामला बढ़ गया और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 24 लोग घायल हो गए।
वहीं
प्रदर्शनकारियों
की
ओर
से
चली
गोली
से
सीआरपीएफ
का
एक
जवान
गंभीर
रूप
से
घायल
हो
गया
है।
घायलों
को
अलग-अलग
अस्पतालों
में
भर्ती
कराया
गया
है।
इसके
अलावा
नरबल
में
प्रदर्शनकारियों
द्वारा
सुरक्षाबलों
पर
पथराव
करने
पर
पुलिस
को
फायरिंग
करनी
पड़ी।
वहीं
बारामुला
राजमाग
पर
चूड़ा
गांव
के
पास
प्रदर्शनकारियों
के
उग्र
होने
पर
सीआरपीएफ
ने
फायरिंग
कर
दी।
यहां
करीब
पच्चीस
लोग
घायल
हुए।
जम्मू के बाहरी डिगिना क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों में दस से ज्यादा लोग घायल हो गए। पठानकोट जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों को बढ़ने से रोके जाने के दौरान झड़पें हुईं। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बल प्रयोग किया। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया, जिसके जवाब में जवानों ने आसूं गैस के गोले छोड़े। इन झड़पों में दस से ज्यादा लोग घायल हो गए।
घाटी
के
अन्य
थानों
में
अनंतनाग,
शोपियां,
कुलगाम
और
पुलवामा
बडगाम,
बारामूला,
गांदेरबल
और
कुपवाड़ा
जिलों
में
कर्फ्यू
में
कोई
ढील
नहीं
दी
गई
है।
क्षेत्र
में
स्थिति
तनावपूर्ण
बनी
हुई
है।
जगह-जगह
राष्ट्रीय
राइफल्स
के
जवान
तैनात
कर
दिये
गये
हैं।