घाटी में अलगाववादी नेता गिरफ्तार, फायरिंग में 12 घायल (लीड-3)
श्रीनगर, 25 अगस्त (आईएएनएस)। घाटी में सोमवार को कर्फ्यू का उल्लंघन कर सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों की ओर से गोली चलने के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से की गई जवाबी गोलीबारी मेंकम से कम 12 लोग घायल हो गए, जबकि लाल चौक तक प्रस्तावित मार्च के मद्देनजर घाटी में प्रमुख अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि बांदीपोरा जिले के हाजिन कस्बे में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक हटने के लिए कहा, इसी बीच भीड़ में से किसी ने गोली चला दी, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
सीआरपीएफ की जवाबी कार्रवाई में 11 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को हाजिन के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हाजिन में राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है।
उधर, सोमवार के प्रस्तावित मार्च से पहले ही रविवार देर रात हुर्रियत नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक को गिरफ्तार किया गया।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक को सोमवार को गिरफ्तार किया। यासीन की गिरफ्तारी के बारे में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यासीन को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे प्रदर्शनकारियों के साथ लाल चौक की ओर जा रहे थे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रविवार को राज्यपाल एन. एन. वोहरा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक में गिलानी और मीरवाइज को गिरफ्तार करने का निर्णय लिया गया। पिछले सात वर्षो में पहली बार इन दोनों नेताओं को गिरफ्तार कर उनके घरों से दूर रखा गया है।
गिलानी को इससे पूर्व दिसंबर 2001 को गिरफ्तार कर रांची जेल में रखा गया था। खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन नेताओं को घरों में नजरबंद करने के बाद भी ये लोगों से भेंट किया करते थे।
उधर, घाटी में सोमवार को अनिश्चतकालीन कर्फ्यू जारी है। अलगाववादियों के प्रस्तावित मार्च के मद्देनजर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को ईदगाह मैदान पर अपनी शक्ति दिखाने के बाद अलगाववादी नेताओं ने सोमवार को श्रीनगर के लाल चौक पर प्रदर्शन का आह्वान किया था।
घाटी के अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम और पुलवामा बडगाम, बारामूला, गांदेरबल और कुपवाड़ा जिलों में भी सोमवार को कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*