उड़ीसा में हिंसा, महिला को जिंदा जलाया (लीड-2)
भुवनेश्वर, 25 अगस्त (आईएएनएस)। उड़ीसा के बारगढ़ जिले के खुंटपली गांव में भीड़ ने एक गिरिजाघर पर हमला बोल दिया और एक 22 वर्षीय महिला को जिंदा जला दिया। भीड़ के हमले में एक पादरी भी गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हमला विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक नेता की हत्या के विरोध में किया गया।
सोमवार को विहिप के राज्यव्यापी बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने गिरिजाघरों पर हमला किया और कई वाहनों को अपना निशाना बनाया।
पुलिस के अनुसार बारगढ़ और जगपुर जिले में प्रदर्शनकारियों ने दो गिरिजाघरों पर हमला बोला। राज्य के पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप कपूर ने आईएएनएस को बताया, "कुछ गिरिजाघरों पर हमला बोला गया और कुछ इलाकों से छिटपुट हिसा की खबरें आईं हैं।"
बंद का सबसे ज्यादा असर यातायात व्यवस्था पर देखा गया। राज्य के विभिन्न इलाकों में हजारों लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। बंद के कारण रेलगाड़ियों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता जे. पी. मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, "पूरे राज्य में रेल सेवाएं प्रभावित हुई हैं। रेलवे स्टेशनों से यात्री रेलगाड़ियों तथा माल गाड़ियों को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई है।"
बंद की वजह से कई इलाकों में परिवहन व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राउरकेला और तटवर्ती जिलों में कम से कम पांच वाहनों को क्षति पहुंचाई। राजमार्गो पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए।
कंधमाल जिले में शनिवार को एक आश्रम में जन्माष्टमी उत्सव के दौरान विहिप की केंद्रीय सलहाकार समिति के वरिष्ठ सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती सहित पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
राज्य सरकार ने रविवार को हत्याकांड की न्यायिक जांच के आदेश देने के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की भी घोषणा की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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