उड़ीसा: विहिप नेता की हत्या के बाद तनाव
प्रदेश के कंधमाल जिले में शनिवार को एक आश्रम में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान विहिप की केंद्रीय सलहाकार समिति के वरिष्ठ सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती सहित पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद जिले में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
इस हमले की खबर फैलते ही हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। विहिप कार्यकर्ताओं समेत हजारों लोगों ने कई जगह सड़क जाम कर विरोध जताया। इसके अलावा कई जगह रेलगाड़ियों के परिचालन में भी बाधा पहुंचाई।
पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप कुमार के मुताबिक स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह सुरक्षाबल तैनात कर दिये गये हैं। राज्य सरकार ने पुलिस से क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा है। पुलिस ने पूरे जिले में एक साथ चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप कुमार के मुताबिक कंधमाल में भारी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत पुरी के शंकराचार्य विश्चलानंद सरस्वती, बंजर दल के नेता सुभाष चौहान आदि नेताओं ने इस घटना की निंदा की है।
शनिवार की घटना के बारे में अधिकारिक जानकारी देते हुए कंधमाल के जिलाधिकारी किशन कुमार ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव के दौरान शाम करीब साढ़े सात बजे तीस से अधिक हथियारबंद लोगों ने विहिप नेता पर हमला बोल दिया, जिससे विहिप नेता समेत चार अन्य की मौत हो गई।
पुलिस
महानिदेशक
गोपाल
चंद्र
नंदा
ने
पुष्टि
की
है
कि
इस
घटना
में
स्वामी
लक्ष्मणानंद
सरस्वती
समेत
पांच
लोग
इस
गोलीबारी
में
मारे
गए।
पुलिस
को
संदेह
है
कि
नक्सलियों
ने
हमला
किया
था।
हालांकि,
अभी
तक
इस
बात
की
पुष्टि
नहीं
हो
पाई
है
कि
यह
हमला
नक्सलियों
ने
किया
है
या
किसी
और
ने।