देश-विदेश में धूमधाम से मना जन्माष्टमी (लीड-1)
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के साथ -साथ विदेशों में भी रविवार को करोड़ों लोगों ने जन्माष्टमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मंदिरों को सजाया गया, पूजा की गई, भक्ति गीत गाए गए और विशेष तरह की मिठाइयां बनाई गईं।
हमेशा की तरह भक्तों का सबसे बड़ा जमघट कृष्ण की नगरी मथुरा में लगा। यहां प्रतिमाओं को रेशमी कपड़ों और गहनों से सजाया गया।
श्री कृष्ण जन्मस्थान समिति के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि 'अभिषेक' (धार्मिक अनुष्ठान) के दौरान भगवान की झलक देखने के लिए मंदिर के द्वार पर ही लकड़ी का एक मंच बनाया गया था।
इस अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली में सभी प्रमुख मंदिरों जैसे बिरला मंदिर, इस्कॉन मंदिर और छतरपुर मंदिर समेत विभिन्न मंदिरों को सजाया गया। साथ ही कृष्ण के जीवन के विभिन्न चरणों के यादगार दृश्यों जैसे माखन चोरी, राधा और गोपियों के संग रास तथा कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश आदि प्रसंगों को चित्रित किया गया।
गुजरात में 16वीं सदी के प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर को भी भगवान श्रीकृष्ण के 5,235वें जन्मोत्सव के लिए आकर्षक ढंग से सजाया गया। यहां होने वाले कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
मुंबई में भी दही-हांडी का त्यौहार बड़े धूमधम से मनाया गया। यहां कई 'गाविंदाओं' ने मटकी फोड़ी और इनामों की बरसात हुई।
मध्य प्रदेश में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। जगह -जगह रंगारंग कार्यक्रम हुए और ग्वालों की टोलियां दही मटकी तोड़ने में जुटी रहीं। आलम यह रहा कि देशी तो देशी, विदेशी भी भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने में पीछे नहीं रहे।
केरल के गुरुवयूर में प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर में भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली। यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए।
देश के अलावा विदेश में भी जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। त्रिनिदाद एवं टोबैगो में कई भक्तों ने पूजा की और मंत्रों का जाप किया। इस देश की कुल 13 लाख की आबादी में 25 प्रतिशत हिंदू हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।