कश्मीर की आर्थिक नाकेबंदी, अलगाववादियों का झूठा प्रचार : जेटली
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव अरुण जेटली ने कहा है कि अमरनाथ भूमि विवाद को लेकर कश्मीर घाटी की कोई आर्थिक नाकेबंदी नहीं की गई है। यह घाटी के अलगाववादी नेताओं का झूठा प्रचार है।
'सीएनएन-आईबीएन' समाचार चैनल के कार्यक्रम 'डेविल्स एडवोकेट' में करण थापर को दिए एक साक्षात्कार में जेटली ने कहा, "अलगाववादी पूरे देश और दुनिया से झूठ बोल रहे हैं कि घाटी हिंदू बहुल हो जाएगी। वे झूठ बोल रहे हैं कि घाटी की आर्थिक नाकेबंदी हुई है।"
उन्होंने आर्थिक नाकेबंद संबंधी प्रचार को लेकर अलगाववादियों पर नियंत्रण नहीं पाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की आलोचना की।
रविवार रात प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम में जेटली ने कहा, "हम आर्थिक नाकेबंदी के दावे को खारिज करने वालों में शामिल हैं और आज हम उनमें शामिल हैं जो यह कह रहे हैं कि अमरनाथ बोर्ड को जमीन का आवंटन राज्य सरकार के कानून और उच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक हुआ है। इसे क्यों नहीं लागू किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "जो यह कह रहे हैं कि वहां आर्थिक नाकेबंदी है वे अलगाववादियों के प्रचार को ताकत प्रदान कर रहे हैं। यहां तैनात सेना कह रही है कि कोई आर्थिक नाकेबंदी नहीं है। इस बारे में भारत सरकार कह रही है कि आर्थिक नाकेबंदी नहीं है। अमरनाथ संघर्ष समिति ने हमसे कहा है कि वहां न कभी आर्थिक नाकेबंदी थी और न कभी होगी।"
यद्यपि, भाजपा नेता ने माना कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर व्यवधान थे जो एक दिन से अधिक नहीं चले।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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