भारोत्तोलक मोनिका प्रकरण की जांच शुरू
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक से ठीक पहले कथित तौर पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की दोषी पाई गई महिला भारोत्तोलक मोनिका देवी से जुड़े मामले की जांच शुक्रवार को शुरू हो गई। पूर्व चुनाव आयुक्त टी. एस. कृष्णमूर्ति इस मामले की जांच कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक से ठीक पहले कथित तौर पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की दोषी पाई गई महिला भारोत्तोलक मोनिका देवी से जुड़े मामले की जांच शुक्रवार को शुरू हो गई। पूर्व चुनाव आयुक्त टी. एस. कृष्णमूर्ति इस मामले की जांच कर रहे हैं।
इस सिलसिले में कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार को खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों से बात की। इससे पहले उन्होंने गुरुवार को मोनिका से मुलाकात की थी। यह अलग बात है कि उन्हें अब तक मोनिका का लिखित बयान नहीं मिला है।
खेल मंत्रालय के अनुसार मंगलवार को कृष्णमूर्ति कुछ अन्य अधिकारियों से बात करेंगे। जांच पूरी होने के बाद वे इसकी रिपोर्ट केंद्रीय खेल मंत्री एम.एस. गिल को सौंपेंगे। खेल मंत्री ने 13 अगस्त को कृष्णमूर्ति की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया था।
गौरतलब है कि ओलंपिक में शिरकत करने के लिए बीजिंग रवाना होने से एक दिन पहले मोनिका को प्रतिबंधित दवा के सेवन का दोषी करार दिया गया था। मोनिका को साई द्वारा कराए गए डोप परीक्षण के तहत दोषी करार दिया गया था। इस मामले को लेकर मोनिका के गृहराज्य मणिपुर में बवाल मचा, जिसके बाद मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मामले में दखल देने की गुजारिश की।
प्रधानमंत्री के दखल के बाद एक विशेष समिति ने आनन-फानन में मोनिका को डोप विवाद से बरी कर दिया। इसके बाद मोनिका को बीजिंग भेजने की मांग की गई। भारतीय ओलंपिक संघ ने मोनिका को बीजिंग भेजने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक महासंघ और बीजिंग ओलंपिक आयोजन समिति से बात की लेकिन इस मामले का कोई हल नहीं निकल सका। हालांकि पूरे मामले से आहत खेलमंत्री ने जांच कराने का फैसला किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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