जन्माष्टमी पर गुजरात में खेला जाता है जुआ
अहमदाबाद, 23 अगस्त (आईएएनएस)। वसे तो जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है, लेकिन बहुत सारे गुजरातियों के लिए इसका अलग ही महत्व है। इस दिन ये लोग समाज की परवाह किए बिना जुए का लुत्फ उठाते हैं।
अहमदाबाद, 23 अगस्त (आईएएनएस)। वसे तो जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है, लेकिन बहुत सारे गुजरातियों के लिए इसका अलग ही महत्व है। इस दिन ये लोग समाज की परवाह किए बिना जुए का लुत्फ उठाते हैं।
इस दिन तीन पत्ती (जुआ) का रंग पुरुष, महिला, छोटे और बड़े सभी पर एक तरह से चढ़ा रहता है।
तीन पत्ती खेलने वाले मयूर भट्ट का कहना है कि अगर आप किसी दूसरे दिनों में जुआ खेलते हैं तो परिवार की ओर से डांट पड़ती है, लेकिन त्यौहार के दिनों में तो हर कोई जुआ खेलने के प्रोत्साहित करता है।
छात्रा हीर पटेल भी इसको लेकर काफी उत्साहित दिखती हैं। उनका कहना है कि जन्माष्टमी के दिन सभी दोस्तों के साथ खाने और पत्ते खेलने अपना अलग ही आनंद है।
अहमदाबाद में कई क्लब और होटल हैं, जहां महिलाओं के लिए तीन पत्ती खेलने के लिए अलग से टेबलें लगी होती है, लेकिन ज्यादातर महिलाएं किटी पार्टियों में जुआ खेलने को महत्व देती हैं।
जुआ एक अपराध है और इसलिए लोग इस दिन जुआ होटलों, रिजार्टों और क्लबों में खेलते हैं। इस दिन तो इसके लिए मंहगी दरों पर फ्लैट भी बुक होते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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