वाराणसी में भारी वर्षा से 8 की मौत, तबाही का हवाई सर्वेक्षण (लीड-1)
वाराणसी, 21 अगस्त (आईएएनएस)। पिछली रात वाराणसी में हुई भारी बरसात से शहरी जीवन तो अस्त व्यस्त हुआ ही साथ ही इसकी वजह से प्रशासन की भी नींद उड़ी हुई है। बुधवार को बरसात से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव एस. आर. लाखा और मुख्य सचिव अतुल गुप्ता ने जनपद का हेलीकाप्टर से हवाई सर्वेक्षण किया।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में प्रमुख सचिव ने बताया कि पिछली रात हुई भारी बरसात की वजह से जिले में कुल आठ मौतें हुई हैं और एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। इसमें कुल 38 मकान ध्वस्त हो गए हैं तथा 70 गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
प्रमुख सचिव एस. आर. लाखा ने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के रिश्तेदारों को एक-एक लाख रुपये दिये जायेंगे तथा घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार बहन करेगी। जल जमाव से निपटने के सवाल पर उन्होंने बताया कि शहर में जल जमाव की स्थिति काफी गम्भीर है इससे निपटने और पानी की निकासी के लिए अभी 48 पम्पिंग सेट लगाये गये हैं, यदि जरुरत पड़ेगी तो और भी लगाये जायेंगे।
गौरतलब है कि बीती रात लगातार हुई मूसलाधार बारिस ने इस साल के सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं। भारी बारिश की वजह से पूरे शहर के जलमग्न हो जाने के साथ ही लोगों के घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया है जिसकी वजह से कई दर्जन मकान धराशायी भी हो गये हैं।
वर्षा की वजह से पूरे जनपद में अब तक आठ जानें भी जा चुकी हैं जिसमें एक व्यक्ति की करेन्ट लगने से और शेष सात लोगों की मकान गिरने के कारण मौत हो चुकी है।
सर्वेक्षण के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट पर संयुक्त पत्रकार वार्ता में दोनों प्रतिनिधियों ने जहां मृतकों के परिजनों को एक एक लाख रुपये देने की प्रदेश सरकार की तरफ से घोषणा की वहीं वाराणसी नगर के अनियोजित विकास पर नाराजगी भी जाहिर की। भारी बरसात से गंगा में बाढ़ के खतरे के सवाल पर मुख्य सचिव ने कहा कि चूकि गंगा का पानी खतरे के निशान से अभी साढे तीन मीटर नीचे बह रहा है इसलिए बाढ़ का कोई खतरा फिलहाल अभी नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।