शोधकर्ताओं ने विकसित की दवा देने की नई विधि
वाशिंगटन, 21 अगस्त (आईएएनएस)। शोधकर्ताओं ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जिसके द्वारा फेफड़ों की चोट, जिगर की खराबी और अन्य कई बीमारियों में दवाओं तथा जरूरी प्रोटीन आदि को सीधे शरीर के उस हिस्से तक पहुंचाया जा सकता है, जहां उनकी जरूरत हो।
भारतीय मूल के अमेरिकी निरेन मूर्ति के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने प्राकृतिक रूप से नष्ट होने योग्य पॉलीमर्स विकसित किए हैं, जो इस चिकित्सा प्रणाली में लाभप्रद साबित होंगे।
मूर्ति ने बताया, "हमने जो सूक्ष्म पॉलीमर्स विकसित किए हैं, ये दवाओं को अपेक्षित जगह पर जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए एक माध्यम की तरह काम करेंगे। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि ये पॉलमर्स प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाने के कारण शरीर में एकत्रित नहीं होते।"
मूर्ति ने कहा, "जिन मरीजों का जिगर एकदम काम करना बंद कर देता है, उन्हें इस तकनीक से फायदा पहुंचेगा, क्योंकि उन्हें दवा की तुरंत आवश्यकता होती है, वरना उनकी मौत भी हो सकती है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।