प्रदेश के वनवासियों की तकदीर बदलना सरकार का लक्ष्य : शिवराज
इंदौर, 21 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नेहरू स्टेडियम में आयोजित वनवासी महाकुंभ में वनवासियों के लिए बनाई गई योजनाओं का ब्यौरा दिया और कहा कि उनकी सरकार इस वर्ग की तकदीर ही बदल देना चाहती है। जनजाति वर्ग का बेटा अब मजदूर नहीं बनेगा और वह किसी के सामने हाथ फैलाकर मांगेगा नहीं, बल्कि बांटने की स्थिति में खड़ा होगा।
इंदौर, 21 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नेहरू स्टेडियम में आयोजित वनवासी महाकुंभ में वनवासियों के लिए बनाई गई योजनाओं का ब्यौरा दिया और कहा कि उनकी सरकार इस वर्ग की तकदीर ही बदल देना चाहती है। जनजाति वर्ग का बेटा अब मजदूर नहीं बनेगा और वह किसी के सामने हाथ फैलाकर मांगेगा नहीं, बल्कि बांटने की स्थिति में खड़ा होगा।
चौहान ने कहा कि उनकी सरकार ने अभी हाल ही में वनवासियों पर दर्ज किए गए अतिक्रमण सहित अन्य साधारण धाराओं के डेढ़ लाख प्रकरण वापस ले लिए हैं। इतना ही नहीं उनकी जब्त की गई सामग्री भी लौटाई जा रही है। उन्होंने मंच से अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर जनजातियों को उनका हक पाने में किसी तरह की दिक्कत हुई तो उनको नौकरी करना मुश्किल हो जाएगा।
चौहान ने बताया कि तेंदूपत्ता कार्य में लगे आदिवासियों की मजदूरी में इजाफा किया गया हैं, खाद बीज के कर्ज पर सिर्फ पांच प्रतिशत ही ब्याज लिया जा रहा है और अगर उनकी सरकार फिर सत्ता में आती है तो इसे तीन प्रतिशत कर दिया जाएगा। उनकी सरकार ने न्यूनतम मजदूरी 85 रुपए कर दी है जिसे 100 रुपए करने का इरादा है। उन्होंने आदिवासियों के नेता और शहीद टंटया भील के समाधि स्थल को स्मारक में बदलने का भी ऐलान किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि जनजाति उनकी बहुत बड़ी ताकत हैं। यह वर्ग बिकाऊ नहीं टिकाऊ है। यह बात लोकसभा में सांसदों की खरीद फरोख्त के दौरान सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने साबित कर दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।