फिलहाल जारी रहेगा चावल, गेहूं और दाल के निर्यात पर प्रतिबंध
नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने अगले वर्ष अप्रैल तक चावल, गेहूं और दाल के निर्यात पर प्रतिबंध जारी रखने का निर्णय लिया है।
यह निर्णय गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी ने संवाददाताओं को बताया, "मंत्रिमंडल ने धान, गेहूं और दालों के निर्यात पर प्रतिबंध अगले वर्ष 30 अप्रैल तक जारी रखने का फैसला किया है। यह निर्णय इन वस्तुओं की बढ़ती हुई कीमतों की समस्या से निपटने की रणनीति के तहत लिया गया है।"
गौरतलब है कि तेज मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से इस वर्ष मार्च में कीमतों पर नजर रखने वाली मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपी) ने गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। सीसीपी ने बासमती चावल का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 1,200 डालर प्रति टन कर दिया था।
सरकार ने पिछले वर्ष ही गेहूं और दालों के निर्यात पर 30 अप्रैल 2009 तक प्रतिबंध लगाए रखने का फैसला किया था। इस वर्ष 17 मार्च को सरकार ने खाद्य तेलों के निर्यात पर भी एक वर्ष के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। मक्का के निर्यात पर प्रतिबंध इस वर्ष 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि देश में मुद्रास्फीति यानी महंगाई की दर 12.44 प्रतिशत प्रति वर्ष के स्तर पर जा पहुंची है। सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तमाम कोशिशों के बावजूद फिलहाल इसका बढ़ना जारी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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