सीवान मंडल कारा के अधीक्षक समेत 28 कर्मचारी निलंबित
पटना, 20 अगस्त (आईएएनएस)। सीवान मंडल कारा के अधीक्षक से लेकर कक्षपाल स्तर के सभी जेलकर्मियों को एकसाथ निलंबित करने के बाद उनको प्रदेश की अन्य जेलों में हाजिरी देने का आदेश दिया गया है।
गृह (कारा) विभाग ने गत 3 अगस्त को सीवान मंडल कारा में हुई छापामारी में भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी के बाद यह फैसला किया है। निलंबित किए गए सभी जेल पदाधिकारियों व जेलकर्मियों को अन्य जेलों में हाजिरी देने का निर्देश भी दिया गया है।
कारा महानिरीक्षक (आइजी) संदीप पौंड्रिक ने आज आईएएनएस को बताया कि कारा अधीक्षक ललन प्रसाद सिन्हा के अलावा कारापाल (जेलर) रामाधार सिंह, सहायक कारापाल राजेंद्र प्रसाद सहित उच्च कक्षपाल राजेंद्र प्रसाद यादव सहित कुल 28 जेल अधिकारियों व जेलकर्मियों को निलंबित किया गया है।
पौंड्रिक ने बताया कि गत तीन अगस्त को सीवान जेल में दो चरणों में छापेमारी की गई थी। पहले चरण की छापेमारी सीवान के अपर जिलाधिकारी (एडीएम) बद्दू अहमद और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) मनोज तिवारी के नेतृत्व में की गई थी। इस छापेमारी में जेल के अंदर से कुछ भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ था।
इस छापामारी के बाद एडीएम ने जिलाधिकारी को लिखित रूप से बताया था कि जेल के अंदर से वैसा कुछ भी बरामद नहीं हुआ, जो जेल में रहने वाले कैदियों के लिए वर्जित हो। लेकिन इसके बाद जब जिलाधिकारी वंदना प्रेयसी और पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार ने जेल की तलाशी ली तो कुल 37 मोबाइल फोन, 10 अतिरिक्त सिमकार्ड, 19 चार्जर, सात अतिरिक्त बैट्रियां, आठ धारदार औजार, एक चाबुक, 15 टेलीफोन डायरियां और सात विदेशी परफ्यूम की बोतलें बरामद की गई थीं।
इसमें से पांच मोबाइल फोन सीवान मंडल कारा में बंद राष्ट्रीय जनता दल के सांसद शहाबुद्दीन के पास से बरामद किए गए थे।
जेल आईजी ने बताया कि निलंबित होने वाले जेल अधीक्षक, जेलर, सहायक जेलर, दो उच्च कक्षपाल को बक्सर केंद्रीय कारा में तथा निलंबित अन्य जेल कर्मियों को मुजफ्फपुर केंद्रीय कारा में हाजिरी देने का निर्देश दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।