नेपालः ज्ञानेन्द्र लिख रहे आत्मकथा
नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेन्द्र जून माह में नारायणहिती पैलेस छोड़ कर राजधानी के बाहरी हिस्से में स्थित नागार्जुन पैलेस में रह रहे हैं। अपनी आत्मकथा वह यहीं लिख रहे हैं।
साप्ताहिक तरूण वर्नाकुलर में प्रकाशित खबर के आधार पर 'टेलीग्राफ नेपाल' में कहा गया है कि ज्ञानेन्द्र की आत्मकथा पांच हिस्सों में होगी।
इसमें
उनका
बचपन,
प्रकृति
के
संरक्षण
के
लिए
नरेश
महेन्द्र
ट्रस्ट
के
अध्यक्ष
के
तौर
पर
मिले
अनुभव,
नरेश
के
रूप
में
अपनी
भूमिका,
राजशाही
का
पतन
और
समापन
टिप्पणियां
शामिल
होंगी।
खबर
के
अनुसार
ज्ञानेन्द्र
हर
दिन
अपने
पर्सनल
कंप्यूटर
पर
अंग्रेजी
में
कई-कई
घंटे
तक
आत्मकथा
टाइप
करते
रहते
हैं।
यह
भी
कहा
गया
है
कि
ज्ञानेन्द्र
नेपाल
के
इतिहास
खासकर
राणा
दौर
को
पढ़ते
हैं
और
स्थानीय
टीवी
पर
प्रसारित
कार्यक्रम
भी
देखते
हैं।
सुबह
और
शाम
को
टहलने
का
ज्ञानेन्द्र
का
सिलसिला
बरकरार
है।
इस
दौरान
वह
अपने
सुरक्षा
कर्मियों
से
उनके
निजी
जीवन
के
बारे
में
बातें
करते
हैं
सवाल
पूछते
हैं।
नेपाली
साप्ताहिक
में
ज्ञानेन्द्र
को
अपने
सुरक्षा
कर्मियों
से
यह
पूछते
हुए
उद्धृत
किया
गया
है
क्या
आपको
कोई
समस्या
है?
आपका
परिवार
कहां
है?
क्या
आपके
बच्चे
स्कूल
जाते
हैं
?
अदि।