डेनमार्क नहीं, पत्नी है प्यारी
कोपेनहेगेन, 19 अगस्त (आईएएनएस)। एक इराकी दुभाषिये ने डेनमार्क में रहने की एवज में पत्नी को तलाक देने की बात ठुकरा दी।
कोपेनहेगेन, 19 अगस्त (आईएएनएस)। एक इराकी दुभाषिये ने डेनमार्क में रहने की एवज में पत्नी को तलाक देने की बात ठुकरा दी।
उल्लेखनीय है कि यह दुभाषिया दक्षिणी इराक के उन 200 लोगों में से एक था, जिन्होंने विदेशी सेना के साथ काम किया था और उनको पिछले साल डेनमार्क ने इराक से अपनी सेना हटाने के समय अपने यहां शरण देने का प्रस्ताव दिया था।
इस दुभाषिये ने दो शादियां कर रखी थी। पहली शादी उसने साल 1995 में की थी और दूसरी वर्ष 2003 में की। उसको दोनों पत्नियों से बच्चे भी हैं।
डेनमार्क के कानूनों के अनुसार यह दुभाषिया दो पत्नियों के साथ डेनमार्क में नहीं रह सकता था और वहां रहने के लिए उसे एक पत्नी को तलाक देना पड़ता। परंतु उसने पत्नी की जगह डेनमार्क को ही ठुकराने का फैसला किया।
वकील मैरिएन वोलुंद के मुताबिक दुभाषिये और उसके परिवार के लिए निर्णय लेना कठिन था, लेकिन अंत में इन लोगों ने अपने शहर बसरा लौटने का निर्णय लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।