2010 तक नालंदा विश्वविद्यालय में शुरू हो जाएगी पढ़ाई : अमर्त्य सेन
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। नालंदा विश्वविद्यालय में वर्ष 2010 तक शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो जाएगी। यह कहना है नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का।
पांचवीं सदी के विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के नाम पर इस विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।
प्रस्तावित विश्वविद्यालय के संरक्षक के रूप में नामित देश विदेश की प्रमुख हस्तियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए सेन ने कहा कि 2010 तक विश्वविद्यालय में सत्र की शुरुआत हो जाएगी।
ऑल इंडिया रेडियो से बातचीत में सेन ने कहा, "भारत सरकार और हम ईस्ट एशिया समिट को स्वीकार करने की तैयारी कर रहे हैं। दिसंबर में इस बारे में बैठक की जाएगी।"
उन्होंने कहा कि इसके बाद इस पर आधारित एक विधेयक संसद में पेश होगा और जब विधेयक कानून बन जाएगा तब हम नियुक्तियां शुरू करेंगे और विभिन्न स्कूलों की स्थापना करेंगे। जब तक कानून नहीं बन जाता तब तक भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने पहले ही जमीन मुहैया करा दिया है। वह शुरुआती निवेश भी कर रही है। बिहार और केंद्र सरकार से कुछ शुरुआती कोष भी मिलने वाले है।
सेन कहा कि ईस्ट एशिया समिट के 16 देश विश्वविद्यालय की स्थापना में आर्थिक सहायता दे रहे हैं।
इस मुद्दे पर पिछले सप्ताह एक समिति के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करने वाले सेन ने कहा, "यह संभवत: एक राष्ट्रीय के बजाय अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय होगा जो प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की जगह स्थापित होगा।"
उन्होंने कहा कि नालंदा हमारी सभ्यता का प्रतीक है और नालंदा का पुर्निर्माण एशिया के पुनर्जागरण के लिए महत्वपूर्ण है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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