हुर्रियत के जुलूस के मद्देनजर कश्मीर में कड़ी चौकसी
श्रीनगर, 18 अगस्त (आईएएनएस)। अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस की संयुक्त राष्ट्र कार्यालय तक सोमवार को जुलूस निकालने की तैयारियों के मद्देनजर यहां सैंकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
हुर्रियत कांफ्रेंस कश्मीर मसले के स्थायी समाधान की मांग को लेकर श्रीनगर स्थित संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजी) को ज्ञापन सौंपेंगे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया,"हमने यूएनएमओजी के आसपास लोगों की भीड़ जमा होने से रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।"
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि रविवार देर शाम तक प्रशासन इस बात को दुविधा में था कि हुर्रियत कांफ्रेंस के समर्थकों को ऐसे संवेदनशील स्थान जुटने से रोकने के लिए कर्फ्यू लगाए या नहीं। रैली की इजाजत दिए जाने पर इस जगह मौजूद कई महत्वपूर्ण कार्यालयों और इमारतों को शरारती तत्व निशाना बना सकते हैं।
हालांकि बाद में सरकार ने हुर्रियत से ज्यादा भीड़ एकत्र नहीं करने का अनुरोध किया, क्योंकि ज्यादा लोगों के जमा होने से फिर से सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़पे हो सकती हैं।
हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा, "घाटी पर थोपी गई आर्थिक नाकेबंदी के मद्देनजर ज्ञापन में कश्मीर मसले के स्थायी समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।"
श्रीनगर के ऊपरी इलाकों में भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं और भीड़ को टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर तक ही रोकने के लिए अवरोधक लगाए गए हैं। यह सेंटर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय से करीब 200 मीटर की दूरी पर है।
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय तक जाने वाले सभी मार्ग बंद कर दिए गए हैं और वहां सैंकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
पुलिस के एक कांस्टेबल ने आईएएनएस को बताया, "हमें सख्त आदेश है कि किसी को भी इस जगह से आगे नहीं बढ़ने दिया जाए।" वह कांस्टेबल रेडियो कश्मीर स्टेशन के समीप सैंकड़ों सुरक्षाकर्मियों के साथ तैनात था। सुरक्षा बलों की भारी संख्या में मौजूदगी से यह आशंका हो गई है कि हुर्रियत कांफ्रेंस के समर्थकों के भारी संख्या में जमा होने से गड़बड़ी हो सकती है, लेकिन सूत्रों मुताबिक सरकार ने सुरक्षाकर्मियों से बेहद संयम बरतने और भीड़ के बेकाबू होने की सूरत में न्यूनतम बल प्रयोग करने को कहा है।
प्रशासन ने पुलिस से भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलियां नहीं चलाने को कहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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