प्रचंड ने ली जनता के नाम की शपथ (लीड-1)
काठमांडू, 18 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल के माओवादी नेता पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने सोमवार को नेपाली गणतंत्र के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में भगवान की जगह जनता के नाम की शपथ ग्रहण करते हुए इतिहास रच दिया।
काठमांडू, 18 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल के माओवादी नेता पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने सोमवार को नेपाली गणतंत्र के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में भगवान की जगह जनता के नाम की शपथ ग्रहण करते हुए इतिहास रच दिया।
शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति राम बरन यादव ने जब कहा, "मैं ईश्वर के नाम की शपथ लेता हूं।" इसे दुहराने के बजाय प्रचंड ने कहा, "मैं जनता के नाम की शपथ लेता हूं।"
प्रचंड ने नेपाली शासन के साथ दस वर्ष लंबी लड़ाई के बाद अंतत: राजशाही को देश से उखाड़ने में सफलता हासिल की और खुद संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र के प्रथम प्रधानमंत्री बनने में सफल हुए।
शपथ ग्रहण के दौरान प्रचंड ने नेपाल की पारंपरिक पोशाक पहनने से इंकार कर दिया और उन्होंने हल्के भूरे रंग के सूट और गहरे रंग की टाई पहन कर शपथ ली। प्रचंड ने नेपाली धरती का पुत्र होने की घोषणा भी की।
लगभग 25 सालों तक भूमिगत रहकर जीवन व्यतीत करने वाले प्रचंड के सर पर कभी सुरक्षा बलों ने इनाम घोषित कर रखा था लेकिन आज उन्होंने करीब 1,000 मेहमानों के समक्ष बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
प्रचंड इस सप्ताह बीजिंग ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में भाग लेने चीन जाएंगे। यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी।
प्रचंड शनिवार को चीन की राजधानी बीजिंग के लिए रवाना होंगे। इस यात्रा को भारत पर चीन की कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि अभी तक नेपाल के शीर्ष नेताओं ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत का चुनाव किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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