मुशर्रफ को सुरक्षित रास्ता दिए जाने का विरोध
इस्लामाबाद, 18 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद से परवेज मुशर्रफ के इस्तीफा देने के बाद भी वहां बड़े पैमाने पर राजनेताओं, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने उनको सुरक्षित रास्ता दिए जाने का विरोध किया है। माना जा रहा है कि मुशर्रफ को सुरक्षित रास्ता दिए जाने पर नवाज शरीफ ने सऊदी अरब से आए प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद हामी भरी।
इस्लामाबाद, 18 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद से परवेज मुशर्रफ के इस्तीफा देने के बाद भी वहां बड़े पैमाने पर राजनेताओं, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने उनको सुरक्षित रास्ता दिए जाने का विरोध किया है। माना जा रहा है कि मुशर्रफ को सुरक्षित रास्ता दिए जाने पर नवाज शरीफ ने सऊदी अरब से आए प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद हामी भरी।
देश के प्रमुख वकील सैफुर रहमान की ओर से कई लोगों को एक एसएमएस भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि तानाशाह पर मुकदमें की मांग को लेकर प्रदर्शनों और रैलियों के लिए तैयार हो जाओ।
राजनीतिक कार्यकर्ता रुखसाना हलीम ने आईएएनएस को बताया कि यह सुनने में आया है कि मुशर्रफ को देश से बाहर ले जाने की तैयारियां हो चुकी हैं, लेकिन किसी भी सूरत में मुशर्रफ को पाकिस्तान छोड़ने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। उन्होंने मुशर्रफ को तुरंत गिरफ्तार किए जाने और उन पर आतंकवाद विरोधी न्यायालय में मुकदमा चलाने की मांग की।
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और मुशर्रफ के खिलाफ भी कोर्ट में मुकदमा चलना चाहिए।
जरदारी हाऊस में हो रही बैठक के बारे में सूत्रों का कहना है कि मुशर्रफ को सुरक्षित रास्ता देने का फैसला सऊदी अरब की पहल के बाद हुआ है। तय फार्मूले के अनुसार मुशर्रफ आजीवन सऊदी अरब में रहेंगे और पाकिस्तान वापस नहीं आ सकेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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