पाक में भड़की जातीय हिंसा, 200 मरे
पिछले 12 दिनों से जारी जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 200 से ज्यादा हो गई। दोनों पक्षों की ओर से भारी गोला-बारूद का भी इस्तेमाल हुआ। ज्यादातर हिस्सों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कट गया है, जिससे खाद्य सामग्री और दवाओं की घोर किल्लत हो गई है।
इस जातीय संघर्ष की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को अपने इलाकों से पलायन करना पड़ रहा है। सैंकड़ों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए विवश होना पड़ा। पीटीवी के मुताबिक संघर्षरत गुट लड़ाई रोकने के सरकार के अल्टीमेटम की अनदेखी कर रहे हैं।
पाकिस्तान के सरकारी मीडिया से जारी खबरों के मुताबिक पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत के कुरु में कबायली क्षेत्र में शनिवार रात जबरदस्त हिंसा भड़क उठी। बताया जाता है कि इस हिंसा के दौरान कबायलियों ने निचले कुरु में एक गांव के दो दर्जन से ज्यादा मकानों को आग लगा दी।
प्रतिद्वंद्वी गुटों ने कम से कम तीन गांवों को आग लगा दी, जिससे बड़ी संख्या में मकान जलकर राख हो गए। तूरी और मंगल जनजातियों के लोग रॉकेट से दागे जाने वाले ग्रेनेडों समेत भारी मात्रा में गोला बारूद का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार ने शुक्रवार को संघर्षरत जातियों को सोमवार तक संघर्ष रोक देने की चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर व्यवस्था बहाल करने के लिए सैन्य अभियान छेड़ा जाएगा। शिया तूरी कबीले के एक ट्रैक्टर को आग में झोंक देने के बाद इलाके ताजा झड़पे शुरू हुईं।