पाकिस्तान में जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मरे (लीड-1)
इस्लामाबाद, 17 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पिछले 12 दिनों से जारी जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 200 से ज्यादा हो गई।
स्थानीय प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान की सीमा से सटे करु म कबायली जिले में सुन्नी और शिया गुटों में रात भर चली झड़पों में कम से कम 24 लोग मारे गए और बीसियों घायल हो गए।
उत्तरी वजीरिस्तान के इस कबायली क्षेत्र में झड़पों में मरने वालों में ज्यादातर तालिबान समर्थक आतंकवादी थे, जो सुन्नी बहुल कुरु म क्षेत्र में फैल गए थे।
अधिकारी ने बताया कि प्रतिद्वंद्वी गुटों ने कम से कम तीन गांवों को आग लगा दी, जिससे बड़ी संख्या में मकान जलकर राख हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तूरी और मंगल जनजातियों के लोग रॉकेट से दागे जाने वाले ग्रेनेडों समेत भारी मात्रा में गोला बारूद का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार ने शुक्रवार को संघर्षरत जातियों को सोमवार तक संघर्ष रोक देने की चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर व्यवस्था बहाल करने के लिए सैन्य अभियान छेड़ा जाएगा।
शिया तूरी कबीले के एक ट्रैक्टर को आग में झोंक देने के बाद इलाके ताजा झड़पे शुरू हुईं।
कुरु म अप्रैल 2007 से जातीय हिंसा की चपेट में है और इसके ज्यादातर हिस्सों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कट गया है, जिससे खाद्य सामग्री और दवाओं की घोर किल्लत हो गई है।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार कुरु म के मुख्य कस्बे पराचिनार में एक अस्पताल में दवाओं की कमी की वजह से चार बच्चों की मौत हो गई। इस कस्बे को पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत से जोड़ने वाली सड़क दस महीने से बंद है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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