महात्मा गांधी देने के लिए दक्षिण अफ्रीका को धन्यवाद
फकीर हसन
फकीर हसन
जोहानसबर्ग, 17 अगस्त (आईएएनएस)। भारत की पर्यटन और संस्कृति मंत्री अंबिका सोनी ने तत्कालीन दक्षिण अफ्रीकी सरकार के रंगभेदी कानून के खिलाफ महात्मा गांधी के ऐतिहासिक मार्च की 100 वीं जयंती के मौके पर, भारत को महात्मा गांधी देने के लिए दक्षिण अफ्रीका को धन्यवाद दिया है।
महात्मा गांधी ने प्रत्येक एशियाई के लिए पंजीकरण अनिवार्य करने वाले कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण मार्च का नेतृत्व किया था। सैकड़ों लोगों ने जोहानसबर्ग की हमीदिया मस्जिद के सामने इन पंजीकरण प्रमाणपत्रों को जलाकर विरोध प्रदर्शित किया था।
इस सत्याग्रह की 100 वीं जयंती के अवसर पर हमीदिया मस्जिद के सामने एकत्रित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए अंबिका सोनी ने कहा," भारत को स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व करने वाला नेता प्रदान करने के लिए धन्यवाद देने के लिए मैं दो दिनों के लिए इस तीर्थस्थान पर आई हूं।"
इस मौके पर सोनी ,दक्षिण अफ्रीका के संस्कृति और पर्यटन मंत्री पालो जार्डन और अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के उपाध्यक्ष कगेलेमा मोटलांथे के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से मूल पंजीकरण प्रमाणपत्रों की प्रतियों को जलाया।
सोनी ने कहा,"हमें मोहनदास करमचंद गांधी देने के लिए धन्यवाद- भारत से मुकदमा लड़ने के लिए दक्षिण अफ्रीका आए वकील को नहीं, बल्कि महात्मा गांधी प्रदान करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देती हूं।"
उन्होंने कहा कि इस छोटे से कागज ने उस आंदोलन को जन्म दिया, जो भारत में 1947 तक और अफ्रीका में 1994 में लोकतांत्रिक सरकार के गठन होने तक चलता रहा।
सोनी ने कहा कि वे एक पंजीकरण प्रमाणपत्र अपनी सात वर्षीय पोती के लिए ले जा रही हैं और उसे बताएंगी कि कैसे इस छोटे से दस्तावेज ने इंसानों को अपराधी होने का अहसास दिलाया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।