कारपोरेट निवेश पहली छमाही में 10.5 खरब रुपये तक पहुंचा
नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी के बावजूद भारतीय उद्योग जगत के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में क्षमता विस्तार से संबंधित विभिन्न योजनाओं में 10.5 खरब रुपये का निवेश किया गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5.67 खरब रुपये निवेश किया गया था।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी के बावजूद भारतीय उद्योग जगत के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में क्षमता विस्तार से संबंधित विभिन्न योजनाओं में 10.5 खरब रुपये का निवेश किया गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5.67 खरब रुपये निवेश किया गया था।
'एसोसिएटेड चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री आफ इंडिया' (एसोचैम) के मुताबिक पहली छमाही में निवेशकों ने सबसे ज्यादा महाराष्ट्र को तरजीह दी है। आंध्रप्रदेश और उड़ीसा इस मामले में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
एसोचैम के अध्यक्ष सज्जन जिंदल ने कहा कि महाराष्ट्र में अपेक्षाकृत तेज गति से आद्योगीकरण हो रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान यहां ऊर्जा, अचल संपत्ति, ऑटोमोबाइल, बंदरगाहों और शिपिंग जैसे क्षेत्रों में 1.2 खरब रुपये का निवेश हुआ।
इस अवधि में आंध्रप्रदेश में 1.06 खरब रुपये का निवेश हुआ। यह इस अवधि में हुए कुल निवेश का 10.11 प्रतिशत है।
निवेश आकर्षित करने के मामले में उड़ीसा तीसरे पायदान पर है। विभिन्न कंपनियों ने अगले दो से पांच वर्षो के दौरान 889.02 अरब रुपये निवेश की घोषणा की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।