जार्जिया से अभी तक नहीं हटी रूसी सेनाएं
तबलिसी, 17 अगस्त (आईएएनएस)। रूसी सेनाओं द्वारा रविवार को भी जार्जिया से पीछे हटने का संकेत नहीं है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने रूस से शांति समझौते का सम्मान करते हुए अपनी सेनाओं को जार्जिया से हटाने को कहा है।
तबलिसी, 17 अगस्त (आईएएनएस)। रूसी सेनाओं द्वारा रविवार को भी जार्जिया से पीछे हटने का संकेत नहीं है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने रूस से शांति समझौते का सम्मान करते हुए अपनी सेनाओं को जार्जिया से हटाने को कहा है।
रूसी सेनाओं के शनिवार को इगोइती गांव से चार किलोमीटर पीछे हटने के बाद लेखुरा नदी के किनारे मोर्चा बना लिया है। इस स्थान से जार्जिया की राजधानी करीब 30 किलोमीटर दूरी पर है।
रूसी सैनिक स्थानीय नागरिकों के मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने गोरी-तबलिसी राजमार्ग बंद कर दिया है। जार्जिया के सैनिक और पुलिस बल रूसी सेनाओं से करीब पांच किलोमीटर की दूरी बनाए हुए हैं।
जार्जिया के अधिकांश सुरक्षा बल अपने ठिकानों में हैं और रूसी फौजों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बहुत मामूली तैयारी दिखाई दे रही है।
रूस की 58 वीं सेना जार्जिया के प्रमुख शहर गोरी को, अपनी कार्रवाई के लिए मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
रविवार को रूसी नौसेना को जार्जिया के पोती बंदरगाह से हटते हुए देखा गया, लेकिन इससे पहले रूसी नौसेना ने जार्जियाई नौसैनिक उपकरणों को नष्ट कर दिया और टनों नौसैनिक सामग्री उठा ले गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रूसी सैनिकों ने गश्त लगाने के लिए अमेरिका द्वारा दी गई नावों और अन्य सामग्री अपने जहाजों पर लाद ली।
उधर बुश ने रूस से जार्जिया संकट समाप्त करने को कहा है, जबकि रूसी राष्ट्रपति दमित्रि मेदवेदेव ने शनिवार को दक्षिण ओस्सेतिया और अब्खाजिया में संघर्ष समाप्त करने के लिए यूरोपीय संघ की मध्यस्थता में तैयार छह सूत्रीय शांति योजना पर हस्ताक्षर किए हैं।
बुश ने अपने क्रावफोर्ड स्थित पशु फार्म पर कहा कि रूस को समझौते का सम्मान करते हुए, अपनी सेनाओं को वापस बुलाते हुए सैनिक कार्रवाई रोक देनी चाहिए।
काकेशस क्षेत्र में संघर्ष समाप्त करने के लिए यूरोपीय संघ की शांति योजना पर जार्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल साकश्विली के हस्ताक्षर करने के एक दिन बाद शनिवार को रूस ने भी इस पर दस्तखत कर दिए।
शांति योजना में यूरोपीय संघ की ओर से फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी मध्यस्थता कर रहे हैं। यह योजना कोई शांति समझौता नहीं, बल्कि कानूनी रूप से बाध्यकारी प्रस्ताव है जो युद्ध समाप्त करने और राजनीतिक समाधान का मार्ग प्रशस्त करेगा।
इस योजना का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु रूसी सेनाओं का दक्षिण ओस्सेतिया में संघर्ष शुरू होने से पहले की स्थिति में वापस लौटना है। दक्षिणी ओस्सेतिया जार्जिया से पृथक होने की मांग कर रहा है।
इस संदर्भ में बुश ने शनिवार को कहा,"दक्षिण ओस्सेतिया और अब्खाजिया जार्जिया के अंग हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह फिर से स्पष्ट कर देना चाहिए कि वे उसके भाग बने रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि जार्जिया की सीमा का किसी भी अन्य राष्ट्र की सीमा की तरह सम्मान किया जाना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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